नई दिल्ली। कांग्रेस नेता कीर्ति आजाद ने एक बार फिर अपना पाला बदल लिया है। भाजपा से कांग्रेस में आए कीर्ति आजाद अब टीएमसी में शामिल हो गए हैं। कीर्ति आजाद के साथ साथ हरियाणा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अशोक तंवर ने भी टीएमसी का दामन थाम लिया है। जबकि जेडीयू के पूर्व महासचिव पवन वर्मा ने भी टीएमसी की सदस्यता ग्रहण कर ली है। 

इन तीनों ही नेताओं ने ममता बनर्जी की मौजूदगी में टीएमसी की सदस्यता ग्रहण की है। टीएमसी में शामिल होने वाले कीर्ति आजाद ने कहा कि उन्हें टीएमसी में शामिल होने पर खुशी की अनुभूति हो रही है। कीर्ति आजाद ने ममता बनर्जी की शान में कसीदे पढ़ते हुए कहा कि मौजूदा वक्त में देश को ममता बनर्जी जैसे ही व्यक्तित्व की जरूरत है। इसलिए उन्होंने ममता बनर्जी की अगुवाई में अपने राजनीतिक जीवन को आगे बढ़ाने का निर्णय किया है।

हालांकि टीएमसी में इन तीनों नेताओं को क्या जिम्मेदारी मिलेगी, इस पर अभी कोई जानकारी सामने नहीं आई है। लेकिन मीडिया रिपोर्ट्स में अशोक तंवर को लेकर यह कयास लगाए जा रहे हैं कि टीएमसी उन्हें हरियाणा में बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।

ममता बनर्जी इस समय दिल्ली दौरे पर हैं। बुधवार को उनकी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात संभावित है। लेकिन इससे ठीक पहले कांग्रेस के दो नेताओं को अपने कुनबे में शामिल कर उन्होंने चौंका दिया है। हालांकि ममता बनर्जी के दिल्ली दौरे के दौरान खुद पश्चिम बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी ने यह दावा किया था कि ममता बनर्जी दिल्ली में कांग्रेस को तोड़ने के इरादे से आई हैं। 

अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि बीजेपी और टीएमसी के बीच बहुत पहले ही गठजोड़ हो चुका है। कांग्रेस नेता ने कहा था कि जब ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक बनर्जी को ईडी ऑफिस बुलाया गया, उसी वक्त बीजेपी और टीएमसी के बीच सांठगांठ हो गई थी।