लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार तेजी से बढ़ रही है। कोरोना की चेन तोड़ने के लिए एक बार  फिर से लॉकडाउन 17 मई  सुबह सात बजे तक बढ़ा दिया गया है। इस दौरान पहले की तरह पाबंंदीयां लगी रहेंगी। बेवजह घूमने वालों पर सख्ती बरती जाएगी। दरअसल, पंचायत चुनाव संपन्न होने के बाद कोरोना के मामले तेजी से बढ़े हैं। बढ़ते कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए सरकार ने यह कदम उठाया है। जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा है कि लॉकडाउन का असल मकसद तभी कामयाब होगा जब कोविड प्रोटोकॉल का पूरी सख्ती से कराया जाएगा। रविवार को यूपी के अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने जानकारी देते हुए बताया कि आंशिक कोरोना कर्फ्यू 17 मई तक बढ़ाया गया है।


उल्लेखनीय है कि उत्तर प्रदेश में बीते 24 घंटों में  

कोरोना के  26,847 नए मामले सामने आए हैं। प्रदेश में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 2,45,736 हो गई है।  उत्तरप्रदेश में पिछले 24 घंटों में 2,23,155 टेस्ट हुए हैं।  पिछले एक सप्ताह में सक्रिय मामलों में लगभग 60 हज़ार की कमी आई है। ये जानकारी अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने दी है। हालांकि सरकार ने 24 घंटे के अंदर कितने संक्रमितों की मौत हुई, इसके आंकड़े जारी नहीं किये हैं।

गौरतलब है कि यूपी में 30 अप्रैल के बाद से ही लॉक डाउन लगाया गया है। इसका असर यह हुआ कि कोरोना के सक्रिय मामलों में 60 हजार की कमी आई है। उत्तर प्रदेश सरकार 18 से 44 साल के लोगों का कोविड वैक्सीनशन कराने के लिए तेजी से काम कर रही है। 10 मई यानी सोमवार से प्रदेश के 17 नगर निगम और नोएडा में इस उम्र के लोगों का कोविड वैक्सीनशन होगा। अभी तक प्रदेश के 7 जिलों में 1 मई से 18 से 44 साल के लोगों को वैक्सीन लगाई जा रही है। सोमवार से वैक्सीनशन के इस अभियान में 11 और जिले जुड़ जाएंगे।