नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में लाल किले के पास बीते 10 नवंबर को हुए कार ब्लास्ट की जांच में गुरुवार को बेहद चिंताजनक तथ्य सामने आए हैं। पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों के मुताबिक जिस विस्फोट में 13 लोगों की मौत हुई और 20 घायल हुए वह कई धमाकों की बड़ी साजिश का सिर्फ एक छोटा हिस्सा था। जांच में पता चला है कि आरोपियों ने कुल 32 कारों का इंतजाम कर रखा था जिनमें विस्फोटक भरकर दिल्ली सहित कई स्थानों पर हमले की योजना बनाई गई थी। इनमें ब्रेजा, स्विफ्ट डिजायर, इकोस्पोर्ट और आई20 जैसी गाड़ियां शामिल थीं। अब तक चार कारें बरामद की जा चुकी हैं।

बीते 10 नवंबर को ब्लास्ट हुई आई20 इन्हीं योजनाबद्ध हमलों का हिस्सा मानी जा रही है। केंद्र सरकार ने इस घटना को आधिकारिक रूप से आतंकवादी हमला घोषित कर दिया है और बुधवार की कैबिनेट मीटिंग में इस संबंध में प्रस्ताव भी पारित किया गया। पुलिस ने शुरुआती जांच में आशंका जताई थी कि हमलावरों के पास एक नहीं बल्कि दो कारें थीं जिसके बाद दिल्ली, हरियाणा और यूपी में अलर्ट जारी किया गया। इसी दौरान हरियाणा के खंदावली गांव में संदिग्ध कार मिली जिसे अब NSG बम स्क्वाड ने अपने कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है। कार उस स्थान पर खड़ी मिली जो मुख्य आरोपी उमर के ड्राइवर की बहन का घर बताया जा रहा है।

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जांच में तीन अहम खुलासे हुए हैं। पहला ये कि संदिग्धों ने जनवरी में लाल किले के आसपास कई बार रेकी की थी। पकड़े गए दो आरोपी फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मुजम्मिल गनी और विस्फोट में मारे गए माने जा रहे डॉ. उमर नबी ने सुरक्षा व्यवस्था और भीड़भाड़ के पैटर्न का अध्ययन किया था। पुलिस को शक है कि पहले किसी बड़े मौके पर हमला करने की योजना थी जो तब पूरी नहीं हो सकी।

दूसरा ये कि पूछताछ में सामने आया कि संदिग्धों की नई योजना 6 दिसंबर को दिल्ली में बड़ा हमला करने की थी लेकिन गनी की गिरफ्तारी के बाद साजिश बिखर गई। यह पूरा मॉड्यूल फरीदाबाद में सक्रिय था जिसमें अब तक गिरफ्तार आठ आरोपियों में छह डॉक्टर शामिल हैं। श्रीनगर का रहने वाला एक संदिग्ध डॉ. निसार अभी फरार है और उसके खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी गई है। तीसरा ये कि गनी किराए के कमरे में विस्फोटक सामग्री खाद की बोरियों के नाम पर जमा कर रहा था। पड़ोसियों ने कुछ दिन पहले उससे पूछताछ भी की थी। लेकिन उसने बोरियों में खाद होने की बात कहकर मामला टाल दिया। कमरे के पास लगे सीसीटीवी फुटेज पुलिस ने जब्त कर जांच में शामिल कर लिए हैं।

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इस बीच घटना के बाद दिल्ली में सुरक्षा बेहद कड़ी कर दी गई है। भीड़भाड़ वाले इलाकों में चेकिंग बढ़ गई है और यात्रियों की सुविधा व सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस ने एक विशेष एडवाइजरी जारी की है। पुलिस ने यात्रियों से कहा है कि रेलवे स्टेशन पहुंचने से पहले कम से कम एक घंटा, मेट्रो के लिए 20 मिनट और एयरपोर्ट के लिए तीन घंटे पहले निकलें। सुरक्षा जांच में लगने वाले अतिरिक्त समय और लंबी लाइनों की वजह से यह सलाह अनिवार्य बताई गई है ताकि न तो सुरक्षा में ढिलाई हो और न ही यात्रियों की ट्रेन, मेट्रो या उड़ान छूटने की स्थिति बने।

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