नई दिल्ली। उत्तर प्रदेश की लचर कानून व्यवस्था पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल खड़े किए हैं। मल्लिकार्जुन खड़गे ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि गोलीतंत्र औ भीड़तंत्र की वकालत करने वाले लोग ही संविधान को ध्वस्त करते हैं। संविधान और लोकतंत्र से खिलवाड़ करने की इजाजत किसी को भी नहीं दी जा सकती। 



मल्लिकार्जुन खड़गे ने शनिवार को प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ की हुई हत्या पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि देश का संविधान उन लोगों ने बनाया है, जो आज़ादी के लिए लड़े थे। हमारा इसी संविधान और क़ानून को सर्वोच्च स्थान प्राप्त है।इससे खिलवाड़ करने की अनुमति किसी को नहीं दी जा सकती है।अपराधी की सजा का फ़ैसले का अधिकार न्यायपालिका का है। 



खड़गे ने आगे कहा कि ये अधिकार किसी सरकार को, किसी नेता को या क़ानून का उल्लंघन करने वाले व्यक्तियों को नहीं दिया जा सकता है। गोली-तंत्र और भीड़ तंत्र की वकालत करने वाले संविधान को ध्वस्त करते हैं।समाज में किसी को डराने व धमकाने के लिए जो भी हमारी न्याय प्रणाली में राजनैतिक उद्देश्य से दखलअंदाज़ी करता है,अपराधी के साथ वो भी दंड का भागीदार है।किसी भी मुजरिम को सख़्त से सख़्त सजा मिले,इसके लिए अदालतें हैं।क़ानून व्यवस्था से खिलवाड़ करना केवल अराजकता को जन्म देता है।





इससे पहले प्रियंका गांधी ने भी योगी राज में लचर कानून व्यवस्था पर सवाल खड़ा करते हुए कहा कि हमारे देश का क़ानून संविधान में लिखा गया है, यह क़ानून सर्वोपरि है। अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए, मगर देश के क़ानून के तहत होनी चाहिए। किसी भी सियासी मक़सद से क़ानून के राज और न्यायिक प्रक्रिया से खिलवाड़ करना या उसका उल्लंघन करना हमारे लोकतंत्र के लिए सही नहीं है। 



शनिवार देर शाम को प्रयागराज मेडिकल कॉलेज में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मार कर हत्या कर दी गई। तीनों हमलावरों ने मौके पर ही सरेंडर कर दिया। इस मामले में सीएम योगी ने न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं। वहीं उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में धारा 144 भी लागू कर दी गई है जबकि प्रयागराज में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं। इसके साथ ही उमेश पाल हत्याकांड के एक अन्य आरोपी गुड्डू मुस्लिम को भी नासिक से गिरफ्तार कर लिया गया है।