सोनीपत। युवा श्रमिक अधिकार कार्यकर्ता नवदीप कौर को एक मामले में ज़मानत मिल गई, लेकिन दो और मामलों में बेल नहीं मिलने की वजह से फ़िलहाल उन्हें जेल में ही रहना होगा। मजदूरों के अधिकारों के लिए काम करने वाली नवदीप कौर के खिलाफ हत्या के प्रयास और उगाही के आरोप में तीन मामले दर्ज हैं। इनमें से एक मामले में उनकी ज़मानत की अर्ज़ी सेशन्स कोर्ट ने ख़ारिज कर दी है, जबकि एक अन्य मामले में उनकी ज़मानत याचिका पर 13 फरवरी यानी आज सुनवाई होनी है।

नवदीप कौर 12 जनवरी से जेल में बंद हैं। नवदीप को जिस एक मामले में ज़मानत मिली उसमें उन पर जबरन उगाही का आरोप लगाया गया है। नवदीप कौर अभी हरियाणा के करनाल की एक जेल में बंद हैं। वकील ने शुक्रवार को बताया कि कौर के विरुद्ध कुंडली पुलिस थाने में पिछले साल 28 दिसंबर को दर्ज एक मामले के संबंध में उन्हें अदालत ने जमानत दे दी है।

नवदीप कौर ने हरियाणा में किसान आंदोलन को भी संबोधित किया था, जहां नवदीप ने किसानों और श्रमिकों की आवाज उठाने और उन्हें जागरुक करने की बात कही थी। 12 जनवरी को नवदीप कौर को एक फैक्ट्री के मालिक के घर के बाहर प्रदर्शनकारियों के साथ प्रदर्शन करने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था। इस प्रदर्शन के दौरान कुछ पुलिस अधिकारी भीड़ की हिंसा का शिकार हो गए थे। इस मामले में नवदीप कौर को हत्या और धमकी देने की धाराओं के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था।

नवदीप कौर ने पुलिस हिरासत के दौरान पुलिस पर शारीरिक और यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। पुलिस ने नवदीप के आरोपों का खंडन किया है, हालांकि इस पर कोर्ट में सुनवाई होनी बाकी है। नवदीप कौर ने हरियाणा में किसान आंदोलन को भी संबोधित किया था, जहां नवदीप ने किसानों और श्रमिकों की आवाज उठाने और उन्हें जागरुक करने की बात कही थी। 12 जनवरी को नवदीप कौर को एक फैक्ट्री के मालिक के घर के बाहर प्रदर्शनकारियों के साथ प्रदर्शन करने के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था। इस प्रदर्शन के दौरान कुछ पुलिस अधिकारी भीड़ की हिंसा का शिकार हो गए थे। इस मामले में नवदीप कौर को हत्या और धमकी देने की धाराओं के मामले में गिरफ्तार कर लिया गया था।

नवदीप कौर की रिहाई के लिए अमेरिका की उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस भी आवाज़ उठा चुकी हैं। नवदीप कौर मूल रूप पंजाब के मुक्तसर ज़िले की रहने वाली हैं। उनकी रिहाई के लिए किसान आंदोलन के दौरान लगातार आवाज़ उठाई जा रही है। सिर्फ़ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी किसान आंदोलन के समर्थन में प्रदर्शन करने वाले लोगों के हाथों में नवदीप कौर की रिहाई की माँग करने वाली तख़्तियाँ देखी गई हैं।