मुंबई। महाराष्ट्र की सियासत में एक बार फिर उलटफेर देखने को मिल रहा है। 20 साल बाद ठाकरे बंधु एकसाथ आ गए हैं। इसी बीच अब पवार चाचा-भतीजे का भी गठजोड़ हो गया। अजित पवार ने रविवार को पिंपरी-चिंचवाड़ नगर निगम चुनाव के लिए अपनी नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी (NCP) और NCP (शरदचंद्र पवार) गुट के बीच गठबंधन की घोषणा की।
अजित पवार ने कहा कि नगर निगम चुनाव के लिए ‘घड़ी’ और ‘तुतारी’ एकसाथ आ गए हैं। पवार पिंपरी-चिंचवाड़ में एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नगर निगम चुनाव के लिए उम्मीदवारों की सूची तय करते समय दोनों गुटों ने साथ मिलकर चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इससे एक बार फिर परिवार एकजुट हो गया है।
अजित पवार ने कहा कि गठबंधन को लेकर लोगों के मन में सवाल हो सकते हैं, लेकिन महाराष्ट्र के विकास के हित के लिए कई बार ऐसे फैसले लेने पड़ते हैं। अजित पवार ने कहा कि दोनों पक्षों के बीच सीट बंटवारे पर चर्चा हो चुकी है और इसकी जानकारी बाद में दी जाएगी।
बता दें कि जुलाई 2023 में शरद पवार के भतीजे अजित पवार NCP के कई विधायकों के साथ पार्टी से अलग हो गए थे। इससे NCP दो हिस्सों में बंट गई। शरद पवार से अलग होकर अजित महाराष्ट्र की भाजपा-शिंदे सरकार में शामिल हुए और डिप्टी CM बने थे।
अजित पवार ने पार्टी कार्यकर्ताओं से प्रचार में पूरी मेहनत करने और रैलियों के दौरान किसी भी तरह के विवादित बयान देने से बचने की अपील की। उन्होंने कहा कि उनकी NCP विकास के लिए काम करती है और पार्टी उन लोगों को बाहर करेगी, जिन्होंने नगर निगम को कर्ज में डालने की कोशिश की।
शरद और अजित के NCP गुट पुणे नगर निगम चुनाव में भी साथ लड़ेंगे। NCP (शरदचंद्र पवार) के प्रवक्ता अंकुश काकड़े ने गठबंधन की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि सीट बंटवारे पर अभी चर्चा नहीं हुई है और कांग्रेस-शिवसेना (उद्धव ठाकरे) के साथ बातचीत के बाद चारों दल मिलकर फैसला करेंगे।