नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें फोन करके कहा था कि हम युद्ध नहीं करेंगे। ट्रंप के मुताबिक उन्होंने 350 प्रतिशत टैरिफ लगाने और ट्रेड खत्म करने की धमकी दी थी, जिससे पीएम मोदी घबरा गए। इसी बीच एक अमेरिकी रिपोर्ट ने हंगामा मचा दिया है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान की जीत हुई थी।

800 पन्नों की इस रिपोर्ट को यूएस-चाइना इकोनॉमिक एंड सिक्योरिटी रिव्यू कमीशन (USCC) ने जारी किया है। इस रिपोर्ट में पहलगाम अटैक को भी आतंकी हमला न मानकर विद्रोही हमला माना गया है। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच 4 दिन की लड़ाई (ऑपरेशन सिंदूर) में पाकिस्तान को बड़ी सैन्य कामयाबी मिली थी।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान ने दावा किया है कि उसने कम से कम 6 भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराया, जिनमें राफेल जेट भी शामिल हैं। इससे राफेल की इमेज को नुकसान पहुंचा। रिपोर्ट कहती है कि वास्तविक रूप से सिर्फ तीन भारतीय विमानों के गिराए जाने की पुष्टि होती है।

USCC का कहना है कि चीन ने भारत-पाकिस्तान युद्ध का इस्तेमाल अपने आधुनिक हथियारों को लाइव वॉर में टेस्ट करने और दुनिया को दिखाने के लिए किया। लड़ाई के बाद दुनियाभर में चीनी दूतावासों ने अपने हथियारों की तारीफ की और कहा कि पाकिस्तान ने इनके इस्तेमाल से भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराया।

रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान ने इस लड़ाई में चीन से मिले हथियारों का इस्तेमाल किया और अपने सैन्य फायदे को दुनिया के सामने रखा। इसमें कहा गया है कि पाकिस्तान ने चीन के HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम, PL-15 मिसाइलें और J-10 फाइटर जेट का इस्तेमाल किया।

कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस रिपोर्ट का विरोध जताते हुए इस पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि क्या प्रधानमंत्री और विदेश मंत्रालय इस पर अपनी आपत्ति दर्ज कराएंगे और विरोध जताएंगे? हमारी कूटनीति को एक और बड़ा झटका लगा है। वहीं, कांग्रेस पार्टी ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि अमेरिका की ये रिपोर्ट बेहद आपत्तिजनक और अस्वीकार्य है। इससे भारत की छवि को गहरा नुकसान हुआ है। ये हमारी विदेशनीति के लिए एक गंभीर झटका है। हिंदुस्तान के सम्मान को लगातार नुकसान पहुंचाया जा रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुंह से 'चूं' तक नहीं निकल रही। मोदी देश के सम्मान की रक्षा करने में पूरी तरह से FAIL साबित हुए हैं।