नई दिल्ली। लोकसभा में विवादास्पद कृषि अध्यादेशों के पारित होने के बाद देशभर में इसका जमकर विरोध हो रहा है। खासकर पंजाब और हरियाणा के किसानों ने इसके खिलाफ जमकर हंगामा किया जिसके बाद केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर को इस्तीफा देना पड़ा। इसी बीच शुक्रवार (18 सितंबर) को पीएम मोदी ने इन अध्यादेशों को लेकर देश के किसानों को आश्वस्त किया है कि कृषि सुधार संबंधी यह अध्यादेश उनके लिए रक्षा कवच का काम करेगा।

पीएम मोदी आज बिहार के कई परियोजनाओं का शुभारंभ करने बिहार पहुंचे हैं। इस दौरान उन्होंने कहा कि किसान और ग्राहक के बीच जो बिचौलिए होते हैं, जो किसानों की कमाई का बड़ा हिस्सा खुद ले लेते हैं, उन किसानों को बचाने के लिए यह विधेयक लाना बेहद जरूरी था। नए प्रावधान लागू होने के बाद किसान अपनी फसल को देश के किसी बाजार में मनचाही कीमत पर बेच सकेंगे।

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मोदी ने इस दौरान विपक्षी दलों खासकर कांग्रेस पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि, 'इन पार्टियों के द्वारा विधेयकों का विरोध कर किसानों को भ्रमित करने का प्रयास किया जा रहा है और बिचौलियों का साथ दिया जा रहा है। आज देश का किसान सब देख रहा है कि कौन बिचौलियों के साथ है और कौन किसानों के साथ खड़ा है।' मोदी ने किसानों से आग्रह किया है कि वह भ्रम में न पड़ें और सतर्क रहें।

किसानों के लिए जो हमने किया वह किसी ने नहीं किया

पीएम मोदी ने इस दौरान सरकार का पक्ष रखते हुए दावा किया है कि पिछले छः वर्षों में किसानों के लिए एनडीए सरकार के द्वारा जितना किया गया वह पहले कभी नहीं किया गया। उन्होंने कहा, 'अन्नदाताओं को होने वाली एक-एक परेशानी को समझते हुए एक-एक दिक्कत को दूर करने का हमने प्रयास किया है। जिस APMC एक्ट को लेकर ये लोग राजनीति कर रहे हैं, उसी के बदलाव की बात इन्होंने अपने घोषणापत्र में लिखी थी। लेकिन वही काम जब हमने किया तो ये विरोध कर रहे हैं।'

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दशकों तक राज करने वाले झूठ बोल रहे हैं

पीएम मोदी ने इस दौरान मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर किसानों से झूठ बोलने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, 'जिन्होंने दशकों तक देश पर राज किया, आज किसानों से झूठ बोल रहे हैं। जो किसानों की रक्षा का ढिंढोरा पीट रहे हैं, वह किसानों को अनेक बंधनों में जकड़कर रखना चाहते हैं। 21 वीं सदी में भारत का किसान बंधनों में नहीं रहेगा बल्कि खुलकर खेती करेगा। जहां पैसा मिलेगा वहां अपना उत्पाद बेचेगा। किसी बिचौलियों के मोहताज नहीं रहेगा। यही समय की मांग है।'