नई दिल्ली। कांग्रेस में शामिल होने से इनकार करने के बाद प्रशांत किशोर ने सोमवार को बड़ा ऐलान किया है। चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपनी भविष्य की राजनीतिक दिशा के बारे में संकेत दिया है। पीके ने कहा है कि अब वे जनसुराज के रास्ते पर चलेंगे और बिहार से इसकी शुरुआत करेंगे। अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि वे जन सुराज नाम की नई पार्टी बनाएंगे।

प्रशांत किशोर ने सोमवार सुबह ट्वीट किया, 'लोकतंत्र में एक सार्थक भागीदार बनने और जन-हितैषी नीति को आकार देने में सहयोग करने की मेरी खोज की यात्रा पिछले 10 साल में रोलर कोस्टर जैसी रही है। जैसे ही मैं इस पन्ने को पलटता हूं, तो लगता है कि अब मुद्दों और जन सुराज के मार्ग को बेहतर ढंग से समझने के लिए 'रियल मास्टर' यानी जनता के पास जाने का समय आ गया है। शुरुआत बिहार से।'

पीके का यह संदेश ट्विटर पर कांग्रेस में शामिल होने के प्रस्ताव को खारिज करने के एक सप्ताह बाद आया है। पिछले संदेश में उन्होंने 2024 के आम चुनावों के लिए काम करने वाली कांग्रेस समिति के सदस्य के रूप में बोर्ड में आने के लिए कांग्रेस का प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने कहा था कि 2 अप्रैल को मैं अगले कदम का ऐलान करूंगा।

पीके की नई घोषणा से इस बात के संकेत मिल रहे हैं कि वह दोबारा अपने गृह राज्य बिहार की ओर लौट रहे हैं और बिहार से ही वे अपना नया सियासी करियर शुरू करेंगे। माना जा रहा है कि वह एक राजनीतिक पार्टी का गठन कर जनता के बीच जाएंगे। खबरें तो यह भी हैं कि पांच मई को वे कुछ विशेष ऐलान करनेवाले हैं।

कांग्रेस से उम्मीदें टूटने और किशोर के कांग्रेस का ऑफर ठुकराने के ऐलान के साथ ही उनके नियंत्रणवाली कंपनी 'आईपैक' की ओर से बिहार के युवाओं को मोबाइल संदेश भेजे जाने लगे थे। जिसमें 'यूथ इन पॉलिटिक्स' अभियान से जुड़ने का आह्वान किया गया था। युवाओं को इस अभियान से जुड़ने का फायदा बताते हुए कंपनी ने कहा कि इससे वे अपनी राजनीतिक पारी शुरू करने के लिए पीके की टीम से टिप्स ले सकते हैं। इसके अलावा i-pac से जुड़कर चुनावों में काम करने तक के लुभावने ऑफर भी दिए गए थे। सूत्रों के मुताबिक आईपैक ने बीते कुछ हफ्तों में चुनावी अभियान के लिए विभिन्न पदों पर युवाओं की धुआंधार नियुक्तियां भी शुरू कर दी है।

दूसरी तरफ आईपैक पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और तेलंगाना में टीआरएस नेता केसीआर के लिए काम भी कर रही है। हालांकि प्रशांत किशोर कहते हैं कि अब वे पोल स्ट्रेटजी बनाने का काम छोड़ देंगे। लेकिन सूत्र बताते हैं कि आईपैक कंपनी का नियंत्रण अब भी  प्रशांत किशोर ही कर रहे हैं।