दिल्ली। फर्जी बिलों के माध्यम से बेहिसाब संपत्ति जमा करने के मामले में आयकर विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। केंद्रीय एजेंसी सीबीडीटी ने फर्जी बिलों के जरिए एंट्री ऑपरेशन और मनी जेनरेशन रैकेट का खुलासा किया है। आयकर विभाग ने मुख्य आरोपी संजय जैन के 42 ठिकानों पर कार्रवाई की है। विभाग ने 500 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का खुलासा किया है। आरोप है कि यह संपत्ति गलत तरीके से जमा की गई है। 

देश के 5 राज्यों में इनकम टैक्स विभाग ने कई हवाला ऑपरेटर्स और नकली बिल बनाने वाले गिरोह के ठिकानों पर छापा मारा था। इन 42 ठिकानों से करीब 5.26 करोड़ रुपये मूल्य के गहने और कैश का खुलासा किया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड CBDT से मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में कार्रवाई की थी।

इस छापेमारी में इनकम टैक्स ने 2.37 करोड़ रुपए कैश और 2.89 करोड़ रुपए की ज्वैलरी बरामद की है। वहीं आरोपी के 17 बैंक लॉकर्स की भी बात सामने आई है। जल्द ही लॉकरों की तलाशी की जाएगी। विभाग को एंट्री ऑपरेटर्स, बिचौलियों समेत कंपनी नेटवर्क से जुड़े कई पुख्ता सबूत भी हाथ लगे हैं। आयकर विभाग को जो कैश मिला है, वह कपड़ों की आल्मारियों में जमा करके रखा गया था। सीबीडीटी को अबतक 500 करोड़ से ज्यादा के हवाला सबूत भी मिले हैं, जिन्हें जब्त कर लिया गया है। मामले की जांच जारी है। आपको बता दें कि केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग का एक हिस्सा है।