दिल्ली। विश्व प्रसिद्ध आगरा का ताजमहल, दिल्ली का लालकिला, कुतुब मीनार समेत देश के सभी पुरातत्व स्मारकों को 15 मई तक बंद करने का फैसला लिया गया है। यह फैसला देश में कोरोना की भयावह होती स्थिति के मद्देनजर लिया गया है। भारत में कोरोना की दूसरी लहर खतरनाक होती जा रही है। बीते 24 घंटे में कोरोना के रिकार्ड दो लाख से ज्यादा संक्रमित मरीजों की पुष्टि हुई है। वहीं देशभर में कोरोना से मरने वालों का आंकड़ा एक हजार से ज्यादा है।



कोरोना के कहर की वजह से अब देश के सभी ऐतिहासिक इमारतों को बंद करने का फैसला लिया गया है। इस आदेश के बाद आगरा का ताजमहल, आगरा किला, फतेहपुर सीकरी, दिल्ली का लाल किला, कुतुब मीनार, हुमायूं का मकबरा, अजंता एलोरा की गुफाओं, एत्माद्दौला, सिकंदरा, महताब बाग समेत देश के करीब 200 स्मारकों पर फिर से ताला लगाया जा रहा है। देश भर की ऐतिहासिक स्मारकों, पुरातत्व स्थलों और संग्रहालयों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। अब इन स्थानों पर पर्यटकों के आने पर रोक रहेगी।



केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने देश के सभी स्मारकों को 15 मई तक के लिए बंद करने का आदेश जारी किया है। इसकी जानकारी गुरुवार शाम केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने दी है। उन्होंने अपने ट्वीट संदेश में लिखा है कि कोरोना महामारी के प्रकोप को देखते हुए  देश के सभी संरक्षित स्मारकों को आगामी 15 मई तक बंद रखने का निर्णय लिया गया है। पिछले साल 2020 में ताजमहल समेत ऐतिहासिक महत्व की सभी इमारतें कोरोना महामारी की वजह से दर्शकों के लिए 188 दिन बंद थीं।



 





कोरोना मरीजों के आंकड़ों में अब ब्राजील से ज्यादा मरीज भारत में हैं। यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या के आधार पर भारत अमेरिका के बाद दूसरा सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित देश बन गया है। जिसकी वजह से केंद्र सरकार के अधीन सभी ऐतिहासिक स्मारकों और संग्रहालयों को 15 मई तक के लिए बंद करने का निर्णय लिया गया है। 



गौरतलब है कि कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बीच स्वास्थ्य सेवाओं का हाल बेहाल है। कई राज्यों में मरीजों के लिए अस्पताल में पलंग, आक्सीजन और कोरोना इलाज में जरूरी दवाओं की कमी हो गई है। इनमें दिल्ली, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, गुजरात समेत कई राज्य शामिल हैं।