नई दिल्ली। ट्विटर के CEO बनते ही पराग अग्रवाल वैश्विक सुर्खियों में है। भारत में ट्विटर पर पराग से संबंधित मीम्स लगातार वायरल हो रहे थे। इसी बीच गुरुवार को कुछ ऐसा हुआ जिसके बाद पराग अग्रवाल को सिर्फ रेगुलर ट्रोल्स ही नहीं अब अपने-अपने क्षेत्र के दिग्गज लोग भी ट्रॉल कर रहे हैं।दरअसल, गुरुवार को ट्विटर ने यूजर्स के फॉलोवर्स पर स्ट्राइक कर दिया। फिर क्या था लोगों के फॉलोवर्स कम होने लगे। लेकिन हैरानी की बात ये है कि पराग अग्रवाल के फॉलोवर्स में बराबर बढ़ोतरी हो रही थी।



फॉलोवर्स न सिर्फ आम लोगों के कम हुए बल्कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर विपक्ष के नेता राहुल गांधी और बॉलीवुड के मेगस्टार अमिताभ बच्चन के भी फॉलोवर्स कम हुए। हालांकि, इन दिग्गजों ने तो कोई शिकायत नहीं कि, लेकिन पत्रकारों ने जमकर भड़ास निकाला। बॉलीवुड अभिनेता अनुपम खेर ने दावा किया है कि उनके 80 हजार फॉलोवर्स घट गए। 





पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने 3000 फॉलोवर्स घटने की शिकायत की। इसी तरह कई पत्रकारों और सोशल एक्टिविस्टों ने बताया कि उनके कई हजार फॉलोवर्स घट गए।





इसी बीच एनडीटीवी के पत्रकार उमाशंकर सिंह ने दो एक स्क्रीनशॉट शेयर किया। इसमें ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल के फॉलोवर्स दिखाए गए थे। इसमें दिख रहा है कि पराग के पहले 43 हजार फॉलोवर्स थे जो अब बढ़कर 3 लाख 60 हजार हो गए। उमाशंकर ने लिखा कि पराग की तरक्की देखिए।





इसपर आरजे शायमा लिखती हैं कि हमसे फॉलोवर्स मांग लेते छीने क्यों? इसी बीच कुछ यूजर्स ने कहा कि भाजपा और पराग अग्रवाल में साठगांठ चल रहा है और वह पीएम मोदी के खिलाफ आवाज उठने वाले लोगों के फॉलोवर्स घटा रहे हैं। कांग्रेस के विधायक मुकेश शर्मा लिखते हैं कि दूसरे ट्वीट के बाद मेरे 7 हजार फॉलोवर्स घट गए। पराग इसे ज़ीरो भी कर दोगे तो कोई आसमान नहीं गिर जाएगा। मोदी सरकार जा रही है आप बचा नहीं पाओगे।





लेखिका शेफाली वैद्य इसे ट्विटर का डर्टी गेम बताते हुए लिखती हैं कि 10 सेकंड में मेरे 1200 फॉलोवर्स घट गए। इसी तरह लाखों यूजर्स का गुस्सा देखने को मिला।





दरअसल, ट्विटर कल संदिग्ध खातों का वेरिफिकेशन कर रहा था। इसके तहत लोगों को वेरिफिकेशन रिक्वेस्ट भेजा गया। जिन लोगों ने ट्विटर से जुड़े अपने मोबाइल नंबर पर भेजे गए ओटीपी से वेरिफिकेशन करा लिया उनका अकाउंट रिस्टोर कर दिया गया और जो यूजर्स ये नहीं कर पाए उन्हें स्वचालित बोट अथवा फेक आईडी मानते हुए रेस्ट्रिक्ट कर दिया गया। ऐसे में सभी लोगों के फॉलोवर्स की सूची से ऐसे हैंडल एक बार में हटा दिए गए। हालांकि, बाद में वेरिफिकेशन होने के बाद फॉलोवर्स की संख्या बढ़ाई गई। 





ट्विटर ने इस कार्रवाई को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है। ट्विटर की कमान संभालते ही ट्विटर के CEO पराग अग्रवाल ने बुधवार को कुछ नए नियम लागू किए थे। इसके तहत कोई भी यूजर्स किसी अन्य की फोटो या वीडियो उनकी सहमति के बिना शेयर नहीं कर पाएंगे। ट्विटर का कहना है कि उत्पीड़न विरोधी नीतियों को और अधिक मजबूत बनाने के लिए ये कदम उठाया गया है। हालांकि, इस नई पॉलिसी में कहीं भी यह जिक्र नहीं था कि यूजर्स के फॉलोअर्स का भी कोई रिव्यू किया जाएगा।