लखीमपुर। उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के चुनाव के तहत आज नौ जिलों में वोटिंग हो रही है। इसी बीच लखीमपुर खीरी से ईवीएम में गड़बड़ी का एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां एक ईवीएम ऐसा मिला जिसमें किसी भी बटन को दबाने से बीजेपी की पर्चियां निकल रही थी। मामला सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी ने चुनाव आयोग की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े किए हैं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक लखीमपुर खीरी के फरधान थाना क्षेत्र के बूथ संख्या 85 पर मॉकपाल के दौरान कोई भी बटन दबाने से कमल की पर्ची निकल रही थी। इसको लेकर ग्रामीणों की आपत्ति के बाद मतदान करीब दो घंटे तक बाधित रहा। मामले का खुलासा होने के बाद तहसीलदार सदर और सेक्टर मजिस्ट्रेट डॉ राकेश वर्मा आनन-फानन में बूथ पर पहुंचे।

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अधिकारियों ने दो घंटे बाद जब बूथ पर नई ईवीएम मशीनें दी तब जाकर करीब 9 बजे मतदान दोबारा शुरू हो सका। समाजवादी पार्टी ने इस मामले पर ट्वीट किया की, 'अगर मशीनों में गड़बड़ी नहीं होती तो ये क्या है? और ये इल्जाम कोई विपक्ष नहीं लगा रहा बल्कि अखबार कह रहा है, आखिर सारी गड़बड़ी कमल के फूल पर ही क्यों हो रही? चुनाव आयोग संज्ञान ले! चुनाव आयोग की विश्वसनीयता खतरे में है।' 

लखीमपुर खीरी में ही एक और बड़ी शिकायत मिली है। यहां के कादीपुरसानी गांव के बूथ नंबर 109 पर शरारती तत्व ने ईवीएम में फेवीक्विक डाल दी। समाजवादी प्रत्याशी का आरोप है कि उनकी पार्टी के बटन का चिपकाया गया। हंगामा होने के बाद यहां भी मतदान रोक दिया गया।

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बता दें कि उत्तर प्रदेश के पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा और फतेहपुर जिलों की 59 विधानसभा सीटों पर आज चुनाव हो रहे हैं, इस चरण में कुल 624 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं। वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इन नौ जिलों में कुल 55.31 प्रतिशत मतदान हुआ था जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में 58.24 प्रतिशत वोट पड़े थे। 2017 में चौथे चरण की 59 सीटों में से 51 सीटें बीजेपी ने जीती थीं।