नई दिल्ली। पत्रकारिता जगत ने अपने सबसे चमकते सितारे को खो दिया है। अपनी रिपोर्ट से घर घर तक पहुंच बनाने वाले कमाल खान अब नहीं रहे। शुक्रवार सुबह उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया। कमाल खान के निधन की खबर सुनते ही पूरा पत्रकारिता जगत स्तब्ध है। पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।
कमाल खान मौजूदा समय में एनडीटीवी से जुड़े हुए थे। वे एनडीटीवी के लखनऊ ब्यूरो के हेड थे। उनके निधन की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। कमाल खान कठिन से कठिन सत्य को काव्य निपुणता के साथ व्यक्त कर दिया करते थे। उनके खबरों का पेश करने के अंदाज के सभी मुरीद थे।
कमाल खान को उनकी पत्रकारिता के लिए कई सम्मानों से नवाजा जा चुका था। कमाल खान रामनाथ गोयनका अवार्ड और गणेश शंकर विद्यार्थी अवार्ड से भी समानित किए गए थे।
एनडीटीवी ने कमाल खान के निधन की पुष्टि कर दी है। एनडीटीवी ने अपने बयान में कहा कि आज एनडीटीवी परिवार के लिए एक विनाशकारी, अपूरणीय क्षति, हमारे लखनऊ ब्यूरो के दिल, अनुभवी पत्रकार कमाल खान का आज सुबह अप्रत्याशित रूप से निधन हो गया। पिछले दशकों में कमाल ने अपनी रिपोर्ताज में काव्य निपुणता के साथ कठिन सत्य को व्यक्त किया। सबसे बढ़कर, वह एक अद्भुत इंसान थे, जिन्होंने उन सभी के जीवन को छुआ जो उन्हें जानते थे। उनके परिवार के प्रति हमारी हार्दिक संवेदना और उनकी दिवंगत आत्मा के लिए प्रार्थना।
कमाल खान के निधन के बाद पत्रकारिता जगत के उनके कई साथी अपना शोक प्रकट कर रहे हैं। इसके साथ ही कई राजनेताओं ने भी कमाल खान के निधन पर श्रद्धांजलि अर्पित की है। यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने कहा कि यकीन से परे है, लेकिन क्या ये वाकई सच है?कमाल खान सिर्फ नाम नही, बल्कि पत्रकारिता जगत की वाकई एक कमाल शख्सियत थे ।।ॐ शांति !!