टोरंटो। कनाडा के टोरंटो में यूनिवर्सिटी ऑफ टोरंटो के पास भारतीय मूल के 20 वर्षीय छात्र शिवांक अवस्थी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना बीते 23 दिसंबर की दोपहर में घटी थी। इस साल टोरंटो में दर्ज किया गया यह हत्या का 41वां मामला है। वारदात कैंपस के पास होने से छात्रों में भय का माहौल है और यूनिवर्सिटी प्रशासन ने सुरक्षा अलर्ट जारी कर दिया है। पुलिस के अनुसार, टीम को जब तक सूचना मिली तब तक शशांक की मौत हो चुकी थी। संदिग्ध हमलावर पुलिस के पहुंचने से पहले ही फरार हो गए थे। फिलहाल पुलिस उनकी तलाश में जुटी हुई है।

भारतीय दूतावास के मुताबिक, मृतक शिवांक अवस्थी एक युवा भारतीय डॉक्टोरल छात्र था। जबकि, कुछ रिपोर्ट्स में उसे लाइफ साइंसेज के अंडरग्रेजुएट छात्र के रूप में भी बताया गया है। भारतीय दूतावास ने इस घटना पर गहरा दुख जताया है और कहा है कि वे शिवांक के परिवार के संपर्क में हैं तथा स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर केस को जल्द सुलझाने और आरोपियों को गिरफ्तार कराने का प्रयास कर रहे हैं।

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इस घटना ने इसलिए भी चिंता बढ़ाई है क्योंकि टोरंटो में 3 दिन के भीतर दो भारतीयों की हत्या हुई है। इससे पहले 20 दिसंबर को भारतीय मूल की महिला हिमांशी खुराना (30) की उनके पार्टनर ने हत्या कर दी थी। घटना के बाद संदिग्ध अब्दुल गफूरी (32) के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया। बीते 19 दिसंबर को हिमांशी के लापता होने की सूचना मिली थी। इसी के अगले दिन उनका शव घर के अंदर बरामद हुआ था। जिसके बाद पुलिस ने इसे हत्या मानकर जांच शुरू की थी।

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इन घटनाओं के बीच कनाडा में भारतीयों के खिलाफ हेट क्राइम्स में बढ़ोतरी का मामला फिर उठ खड़ा हुआ है। स्टैटिस्टिक्स कनाडा 2024 के आंकड़ों के मुताबिक, 2019 से 2023 के बीच साउथ एशियाई और भारतीय समुदाय के खिलाफ हेट क्राइम्स में 200% से अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। जबकि, साल 2024-2025 में ऑनलाइन हेट स्पीच 1350% तक बढ़ी है। रिपोर्ट में बताया गया कि बढ़ती इमिग्रेशन, हाउसिंग और जॉब प्रेशर, राजनीतिक तनाव और भारत-कनाडा संबंधों में टकराव इन घटनाओं के बढ़ने का बड़ा कारण हैं। कई भारतीय छात्र रात के समय पार्ट-टाइम काम करते हैं या कम सुरक्षित इलाकों में रहते हैं जिससे वे अपराध का आसान निशाना बन जाते हैं।

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