3 जून को  दुनिया भर में विश्व साइकिल दिवस मनाया जा रहा है। साइकिल ऐक ऐसा वाहन है, जो सदा बहार है, इसका फैशन और दौर कभी खत्म नहीं होता। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को मंजिलों तक पहुचानें के साथ-साथ यह सेहतमंद भी बना रहा है।

चाहे शौक से या फिर मजबूरी में कभी ना कभी हर शख्स साइकिल की सवारी करता है। साइकिलिंग सेहत के लिए फायदेमंद है। यह पूरी बॉडी की एक्सरसाइज करने में मददगार होती है। साइकिल से इससे पर्यावरण तो सुरक्षित रहता है, प्रदूषण नहीं होता। अब जब दुनिया कोरोना संकट काल से गुजर रही है, ऐसे दौर में साइकल इंसान के शरीर में ऑक्सीजन लेवल बढ़ाने का काम कर रही है। जब आप साइकिल  चलाते हैं तो तेजी से सांस लेते हैं, और आपका आक्सीजन लेवल बढ़ता चला जाता है। आप ऊर्जावान महसूस करते हैं।

3 जून को विश्व साइकिल दिवस मनाने का उद्देश्य लोगों को साइकिल चलाने के लिए प्रेरित करना है, जिससे उनकी हेल्थ अच्छी रहे और फिटनेस बनी रहे। साइकिल फिजिकल हेल्थ के साथ-साथ आपकी जेब का भी ख्याल रखती है, ये कम खर्चीली जो होती है।

3 जून को विश्व साइकिल मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने की थी। पहला विश्व साइकिल दिवस 3 जून, 2018 को मनाया गया था। पहले विश्व साइकिल दिवस समारोह में यूएन के आफीसर्स, पॉलीटिशियन्स, एथलीट्स ने भाग लिया था। विश्व साइकिल दिवस मनाने का लक्ष्य साइकिल की विशेषता और बहुमुखी प्रतिभा को पहचान देना भी है।

अक्सर कहा जाता है कि नजदीक की दूरी तय करने के लिए अगर साइकिल यूज की जाए तो देशभर में हजारों लीटर पेट्रोल की बचत हो सकती है। जिससे पर्यावरण प्रदूषण कम होता है।

 

एक्सपर्ट्स की मानें तो रोजाना 30 मिनट साइकलिंग करने से दिल की बीमारियां, स्ट्रोक, कैंसर, मोटापा, शुगर की बीमारी से बचा जा   सकता है, यह सब कंट्रोल में रहे तो इंसान स्वस्थ्य रहता है, और मौत का खतरा कम होता है।

साइकिल चलाने से ब्लड प्रेशर अच्छा रहता है, इम्यूनिटी स्ट्रांग होती है, जोड़ों की नियमित एक्सरसाइज होती है, तो दर्द नहीं होता, वहीं इससे दिमाग भी तेज होता है। एक्सट्रा कैलोरी बर्न होने से मोटापा कम होता है।