नई दिल्ली। देश में बिगड़ते सांप्रदायिक सौहार्द के मसले पर भारतीय क्रिकेट टीम के दो पूर्व क्रिकेटर आमने सामने आ गए हैं। बीते कुछ दिनों से पूर्व तेज़ गेंदबाज इरफ़ान पठान और पूर्व स्पिन गेंदबाज अमित मिश्रा के बीच ट्विटर पर ज़ुबानी जंग चल रही है। बहस की इसी कड़ी में इरफान पठान ने अमित मिश्रा को संविधान का पाठ पढ़ा डाला है। 



इरफान पठान ने बगैर अमित मिश्रा का नाम लिए संविधान की प्रस्तावना पढ़ने की अपील की है। इरफान पठान ने प्रस्तावना की तस्वीर साझा करते हुए कहा है कि मैंने हमेशा इसका अनुसरण किया है और मैं मेरे प्यारे देश के तमाम नागरिकों से इसका अनुसरण की अपील करता हूं। कृपया पढ़ें और दोबारा पढ़ें। 





दरअसल इरफान पठान के इस ट्वीट को अमित मिश्रा के सांप्रदायिकता की भावना से ओतप्रोत ट्वीट के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। अमित मिश्रा ने इरफान पठान के एक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए एक विशेष समुदाय पर निशाना साधा था। हालांकि अमित मिश्रा ने इरफान पठान का सीधे तौर पर नाम नहीं लिया था। लेकिन उनके ट्वीट से साफ़ ज़ाहिर हो रहा था कि मिश्रा ने इरफान पठान को ही जवाब दिया है। 



अमित मिश्रा ने अपने ट्वीट में कहा था कि मेरा देश, मेरा प्यारा देश, दुनिया का सबसे महानतम देश बनने की क्षमता रखता है। लेकिन यह तब हो पाएगा जब कुछ लोग यह समझ जाएंगे कि संविधान वो पहली किताब है जिसका अनुसरण हम सभी को करना है। 



अमित मिश्रा ने इस ट्वीट के ज़रिए देश में बिगड़ते हालात को लेकर किए गए इरफ़ान पठान के ट्वीट पर निशाना साधने का प्रयास किया था। इरफान पठान ने सांप्रदायिक हिंसा और बुलडोजर कल्चर पर इशारों इशारों में वार करते हुए ट्वीट किया था कि मेरा देश, मेरा प्यारा देश, दुनिया का सबसे महानतम देश बनने की क्षमता रखता है, लेकिन...'