नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा 100 शतक जड़ने वाले सचिन तेंदुलकर ने आज ही के दिन अपने करियर का 100वां शतक जड़ा था। 16 मार्च, 2012 को ढाका में खेले गए एशिया कप के एक मैच में बंगलादेश के खिलाफ खेलते हुए सचिन ने अपने वनडे करियर का 49वां और आखिरी शतक जड़ा था। वनडे करियर के साथ साथ यह सचिन के करियर का आखिरी शतक भी साबित हुआ।

ढाका में खेले गए इस मैच में सचिन ने 147 गेंदों में 12 चौके और एक छक्के की मदद से 114 रनों की पारी खेली। सचिन के अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का यह शतक सबसे यादगार शतकों में से एक था। क्योंकि इसी दिन सचिन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सौ शतक जड़ने वाले पहले बल्लेबाज बन गए थे। 

हालांकि यह मुकाबला भारतीय टीम बंगलादेश से हार गई। लेकिन भारतीय टीम की यह हार विश्व कप 2007 में 17 मार्च को मिली बंगलादेश से ही मिली हार जितनी शर्मनाक नहीं थी। क्योंकि तब तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बांग्लादेश की टीम अब किसी भी टीम को हराने का माद्दा रखती थी। उसी एशिया कप में बांग्लादेश देश की टीम ने पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। और करीबी मुकाबले में महज़ दो रन से ही बंगलादेश को हार भी मिली थी। 

बहरहाल सचिन के आखिरी शतक की तरह ही एशिया कप भी सचिन के वनडे करियर की आखिरी सीरीज साबित होने वाली थी। सचिन आखिरी बार 18 मार्च, 2012 को पाकिस्तान के खिलाफ खेलते हुए टीम इंडिया की नीली जर्सी में दिखाई दिए। इसके बाद सचिन ने 2012-13 में पाकिस्तान के खिलाफ शुरू होने वाली घरेलू सीरीज के लिए होने वाले टीम के ऐलान से पहले ही वनडे क्रिकेट से अपने संन्यास की घोषणा कर दी। 

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सचिन ने सबसे ज़्यादा 100 शतक बनाए तो सबसे ज़्यादा 28 मर्तबा नर्वस नाइनटीज के शिकार भी सचिन ही हुए। वनडे क्रिकेट में सबसे ज़्यादा 14 मर्तबा शतक जड़ने के बावजूद उनकी टीम (इंडियन टीम) मुकाबला हार गई। 

सचिन के बाद अन्तरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज़्यादा 71 शतक रिकी पोंटिंग ने ठोके हैं। पोंटिंग के बाद विराट कोहली का नंबर आता है। कोहली ने अब तक कुल 70 शतक जड़े हैं। कोहली के अलावा वर्तमान में खेल रहा कोई भी बल्लेबाज सचिन के इस रिकॉर्ड के करीब पहुंचता नहीं दिख रहा है। 

सचिन के सौंवा शतक लगाने के बाद जब अंबानी परिवार ने सचिन के सम्मान में एक कार्यक्रम आयोजित किया था। उस दौरान सलमान खान के पूछने पर सचिन ने यह उम्मीद जताई थी कि आने वाले समय में विराट कोहली या रोहित शर्मा में से कोई एक खिलाड़ी ही उनका रिकॉर्ड तोड़ेगा। सचिन ने कहा था कि अगर कोई भारतीय बल्लेबाज उनका रिकॉर्ड तोड़ेगा तो उन्हें ज़्यादा खुशी होगी।

आज ही के दिन अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार 6 छक्के जड़ने वाले पहले क्रिकेटर बने थे हर्षल गिब्स 

picture courtesy: Cricket South Africa

वेस्ट इंडीज में 2007 विश्व कप का आयोजन हुआ था। 16 मार्च को दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाज हर्षल हिब्स ने नीदरलैंड्स के खिलाफ खेलते हुए स्पिन गेंदबाज डैन वान के एक ही ओवर में लगातार 6 छक्के जड़ दिए थे। हर्षल गिब्स अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में यह उपलब्धि हासिल करने वाले पहले क्रिकेटर बन गए थे। हालांकि हर्षल गिब्स से पहले घरेलू क्रिकेट में वेस्ट इंडीज के पूर्व ऑल राउंडर गैरी सोबर्स (31 अगस्त, 1968) और पूर्व भारतीय क्रिकेटर और वर्तमान में इंडियन टीम के कोच रवि शास्त्री (19 जनवरी, 1985) को बॉम्बे की तरफ से बरोडा के खिलाफ खेलते हुए एक ही ओवर में 6 छक्के मार चुके थे। वीरेंद्र सहवाग ने भी सितंबर- अक्टूबर 2004 में इंडिया सीनियर्स की तरफ से खेलते हुए इंडिया ए के गेंदबाज मुरली कार्तिक एक ही ओवर में 34 रन ठोक डाले थे। जिसमें पांच छक्के और एक चौका शामिल था। 

हर्षल गिब्स के अलावा 2007 में ही दक्षिण अफ्रीका में खेले गए टी ट्वेंटी विश्व कप के दौरान युवराज सिंह ने इंग्लैंड के तेज़ गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड के ओवर में लगातार 6 छक्के जड़ दिए थे। इससे पहले इंगलैंड में खेली गई वनडे सीरीज में खुद युवराज सिंह अपने ओवर में मैस्करेनहास के हाथों पांच छक्के खा चुके थे। युवराज के अलावा हाल ही में किरन पोलार्ड ने श्रीलंका के खिलाफ बीते 4 मार्च को एंटीगा में खेले गए टी ट्वेंटी मुकाबले में एक ही ओवर में 6 छक्के जड़ने का कारनामा किया है। 

गिब्स, युवराज और पोलार्ड अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लगातार 6 छक्के जड़ने वाले बल्लेबाज़ हैं। युवराज और पोलार्ड ने टी ट्वेंटी फॉर्मेट में यह कारनामा अपने नाम किया है। जबकि वनडे क्रिकेट में लगातार 6 छक्के जड़ने का कारनामा करने वाले हर्षल गिब्स पहले और इकलौते बल्लेबाज़ हैं।