इंदौर। बीएसएफ सेंट्रल शूटिंग टीम की एक महिला शूटर ने साहस और समर्पण की नजीर पेश की। रेवती रेंज में हुई स्पर्धा में शामिल गुजरात की महिला कॉन्स्टेबल जेमिटी सूर्या ने पिता के निधन के बाद भी गोल्ड मेडल पर कब्जा जमाया। उन्होंने विपरीत परिस्थितियों को शूटिंग करियर पर हावी नहीं होने दिया।
बताया जा रहा है कि जेमिटी सूर्या के पिता का निधन 20 मार्च को हो गया। भाई ने उन्हें फोन पर बताया तो वे अंतिम संस्कार में शामिल होने गुजरात गईं। लौटीं तो 27 मार्च बिग बोर फ्री राइफल 300 मीटर (महिला) में स्वर्ण पदक जीत लिया। उनके प्रदर्शन की बदौलत सीमा सुरक्षा बल ने 18वीं अखिल भारतीय पुलिस शूटिंग खेल चैंपियनशिप का महिला खिताब जीता।
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पिता के निधन की सूचना पर जेमिटी को शूटिंग टीम के प्रभारी अधिकारी संजय सिंह ने अंतिम संस्कार में जाने के लिए छुट्टी पर भेज दिया। लेकिन वे 27 मार्च की सुबह अपनी मर्जी से रेवती रेंज में लौट आईं। स्पर्धा में 600 में से 575 अंक प्राप्त कर स्वर्ण पदक जीता। शनिवार को ट्रॉफी वितरण के दौरान सीएसडब्ल्यूटी बीएसएफ के महानिरीक्षक आलोक कुमार सिंह ने उसके प्रदर्शन, समर्पण की प्रशंसा की।
जेमिटी ने बताया कि राष्ट्रीय स्तर की इस स्पर्धा से एक व्यक्ति का हट जाना पूरी टीम के स्कोर को प्रभावित करता। अंतिम संस्कार के बाद मैं तुरंत लौटी। पिता चाहते थे कि मैं ओलिंपिक तक जाऊं, उनकी इन्हीं बातों को दिमाग में रख फायर करती गई और नतीजा सामने है। आईजी आलोक कुमार सिंह ने बताया कि जेमिटी ने 600 में से 575 अंक प्राप्त कर गोल्ड जीता है।