छत्तीसगढ़ से गुजरने वाली 50 ट्रेनों को 23 अप्रैल से 6 मई तक रद्द कर दिया गया है। इसके अलावा 6 ट्रेनों के मार्ग बदले गए हैं और 28 ट्रेनों को उनके गंतव्य से पहले ही समाप्त किया जाएगा। इससे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान और दक्षिण भारत जाने वाले यात्रियों को खासी परेशानी हो सकती है। रेलवे प्रशासन के अनुसार, राजनांदगांव से कलमना के बीच तीसरी रेल लाइन को गोंदिया रेलवे स्टेशन से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है। इसी कारण यह परिवर्तन किए गए हैं।

इन ट्रेनों में गोंदिया-कटंगी, रायपुर-नैनपुर, गोंदिया-झारसुगड़ा, रीवा-नैनपुर, ओखा-हावड़ा, लोकमान्य तिलक-पुरी, पुरी-अहमदाबाद, हावड़ा-छत्रपति शिवाजी टर्मिनल, बरौनी-गोंदिया, निजामुद्दीन-रायगढ़ गोंडवाना, रायगढ़-गोंदिया एक्सप्रेस, वंदे भारत, पुरी-सूरत, तिरुवनंथपुरम-कोरबा, बिलासपुर-एर्नाकुलम, तिरुनेलवेली-बिलासपुर, हैदराबाद-रक्सौल, सिकंदराबाद-दरभंगा, वास्कोडिगामा-जसीडीह, यशवंतपुर-कोरबा, विशाखापट्टनम-निजामुद्दीन, कामाख्या-लोकमान्य तिलक, मालदा टाउन-सूरत सहित कई ट्रेनों को अलग-अलग तिथियों में रद्द किया गया है।

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कुछ ट्रेनों को वैकल्पिक रूट से चलाया जाएगा जैसे बिलासपुर-भगत की कोठी, शालीमार-लोकमान्य तिलक टर्मिनल, कन्याकुमारी-बनारस, गया-चेन्नई और बनारस-कन्याकुमारी एक्सप्रेस। वहीं, जबलपुर-चांदाफोर्ट, टाटा-नैनपुर, गोंदिया-छत्रपति शिवाजी, कोल्हापुर-गोंदिया, गरहा-गोंदिया, गोंदिया-तिरोडी, बल्हारशाह-गोंदिया, दुर्ग-गोंदिया जैसी ट्रेनों को उनके तय स्टेशन से पहले समाप्त किया जाएगा।

राजनांदगांव-कलमना तीसरी लाइन परियोजना दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे की एक महत्वपूर्ण योजना है, जिसकी कुल लंबाई 228 किलोमीटर और लागत 3540 करोड़ रुपये है। इस कार्य के चलते रेल सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि यात्रा से पहले संबंधित ट्रेन की स्थिति की जानकारी अवश्य लें।