रायपुर। छत्तीसगढ़ में चिटफंड कंपनियों के लुभावने वादों के झांसे में आकर अपनी जमा पूंजी लुटाने वाले निवेशकों के लिए भूपेश बघेल सरकार सहारा बनी है। मुख्य मंत्री ने चिटफंड कंपनी के संपत्तियां कुर्क कर उनसे हुई कमाई से गरीब जनता के पैसे लौटाए हैं। इसकी जानकारी मुख्यमंत्री ने ट्वीट के माध्यम से दी, उन्होंने लिखा है कि ऑनलाइन कार्यक्रम में राजनांदगांव के निवेशकों को ढाई करोड़ रुपये वापस करा दिए गए हैं। मंगलवार को मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव के निवेशकों की डूबी रकम उन्हें वापस करवाई। 





 



यह पहला मौका नहीं है जब सरकार ने संपत्ति कुर्क कर लोगों की डूबी रकम लौटाई है। इससे पहले राजनांदगांव के ही 16 हजार 796 निवेशकों को करीब 7 करोड़ 32 लाख रुपये लौटाए जा चुके हैं। इसी कड़ी में अब 2 करोड़ 46 लाख रुपये भी बांटे गए हैं। जिसके बाद राजनांदगांव के निवेशकों को बांटी गई कुल रकम 9 करोड़ 78 लाख रुपये हो गई है। इनदिनों राजनांदगांव समेत छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों में चिटफंड कंपनियों की संपत्ति कुर्क करने का काम तेजी से जारी है। इस काम की निगरानी जिला कलेक्टर खुद कर रहे हैं। वहीं पटवारियों के जरिए चिटफंड कंपनियों की चल अचल संपत्ति का पता किया जा रहा है।



वहीं पुलिस में चिटफण्ड कंपनियों के निवेशकों से द्वारा की गई शिकायतों के आधार पर करीब 300 संपत्तियों की लिस्टिंग की गई है। इस काम में पुलिस विभाग और राजस्व कार्यालय की मदद ली जा रही है।



राजनांदगाव के डोंगरगढ़ स्थित ग्राम घोटिया में चिटफंड कंपनी शुभ सांई देवकान इंडिया लिमिटेड की 9.72 एकड़ जमीन कुर्क की गई।दरअसल चिटफंड कंपनियां जरूरतमंद लोगों को कम समय में पैसा डबल करने का सब्ज बाग दिखाती हैं। जब इनकी चिकनी चुपड़ी बातों में फंसकर लोग अपनी गाढ़ी कमाई इनके हवाले कर देते हैं तो ये लोगों के लाखों रुपए लेकर फरार हो जाते हैं।