छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर टाइगर के नाम से मशहूर पूर्व मंत्री और लोकप्रिय नेता स्वर्गीय महेंद्र कर्मा की जयंती पर उन्हें नमन किया है। भूपेश बघेल ने उन्हें याद करते हुए कहा है कि महेन्द्र कर्मा सिर्फ एक राजनेता नहीं थे, वे एक बेहद संवेदनशील, जागरूक और बेहद भावुक इंसान भी थे। उन्हें बस्तर टाइगर कहा जाता था, क्योंकि आदिवासियों के हक की हर लड़ाई में वे दमदारी से खड़े रहे।



 





 



मुख्यमंत्री ने ट्वीट संदेश में लिखा है कि महेंद्र कर्मा जैसे निःस्वार्थ व्यक्ति और पारदर्शी मित्र मुझे मिला यह मेरा सौभाग्य था। स्वर्गीय कर्मा ने जीवन के अंतिम क्षण तक आदिवासियों के लिए संघर्ष किया। छत्तीसगढ़ विधानसभा में विपक्ष के नेता और मंत्री के रूप उन्होंने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां संभाली और छत्तीसगढ़ के विकास में अपना अमूल्य योगदान दिया।



मुख्यमंत्री ने कहा कि महेंद्र कर्मा के विचार हमें हमेशी प्रेरित करते रहेंगे। उनकी स्मृतियों को चिरस्थाई बनाने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने बस्तर विश्वविद्यालय का नामकरण उनके नाम पर किया है और अब उनके नाम पर प्रदेश के तेंदूपत्ता संग्राहक परिवारों के लिए सामाजिक सुरक्षा योजना की शुरुआत की जा रही है।



 गौरतलब है कि 26 मई 2013 को झीरम घाटी नक्सली हमले में कांग्रेस नेताओं के साथ महेंद्र कर्मा भी शहीद हुए थे। नक्सलियों ने उन पर 78 वार किए थे।