बस्तर। एंटी नक्सल अभियान में लगे जवानों को एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। बस्तर में आतंक मचाने वाली महिला नक्सली सुजाता को गिरफ्तार कर लिया गया है। सुजाता पर एक करोड़ रुपए का इनाम था और वह चार राज्यों में वांटेड है।
अधिकारियों के मुताबिक सुजाता को तब गिरफ्तार किया गया जब वह इलाज के लिए छत्तीसगढ़ से निकलकर तेलंगाना के कोत्तागुड़म गई थी। वह वहां कथित रूप से इलाज कराने गई हुई थी। सुजाता दुर्दांत नक्सली किशन की पत्नी है, जो पिछले 3 दशक से तेलंगाना, बंगाल और बस्तर में काफी सक्रिय थी।
डीकेएसजेडसी सचिव रामन्ना की मौत के बाद नक्सलियों के टॉप लीडरों ने सुजाता को बस्तर प्रभारी बनाया था। केंद्रीय कमेटी सदस्य और साउथ सब जोनल ब्यूरो की इंचार्ज के रूप में सुजाता उर्फ मेनी बाई उर्फ जानकी का अधिकांश समय बस्तर के जंगलों में बीता है। सुजाता बस्तर के अंदुरुनी इलाकों के बारे में काफी जानकारी रखती थी। बीजापुर के तर्रेम थाना के भट्टीगुड़ा, तुमलपाट और मीनागुट्टा के जंगलों में अक्सर सुजाता को देखा जाता था।
बस्तर इलाके में नक्सलियों के प्रेस रिलीज सुजाता द्वारा ही जारी किए जाते थे। उस पर आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में कुल मिलाकर एक करोड़ का इनाम था। बताया जाता है कि वो हिंदी, अंग्रेजी, तेलगु के साथ-साथ गोंडी भाषा पर भी पकड़ रखती है। लंबे समय से बीमार होने की वजह से वो इलाज के लिए तेलंगाना गई हुई थी। फिलहाल उसकी उम्र 60 साल के आसपास है।
बता दें कि इससे पहले बीते 4 अक्तूबर को छत्तीसगढ़ के बस्तर में एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाकर्मियों ने 31 नक्सलियों को मार गिराया था। ये एनकाउंटर नारायणपुर-दंतेवाड़ा अंतर-जिला सीमा पर अबूझमाड़ के थुलथुली और नेंदुर गांवों के बीच जंगल में हुआ था। इस साल अब तक बस्तर क्षेत्र में अलग-अलग मुठभेड़ों में सुरक्षा बलों ने 185 नक्सलियों को मार गिराया गया है। इस क्षेत्र में दंतेवाड़ा और नारायणपुर सहित सात जिले शामिल हैं।