धमतरी। नक्सलियों ने बीते दिनों हुए घोरागांव मुठभेड़ को फर्जी मुठभेड़ करार दिया है। इसके विरोध में माओवादियों ने धमतरी-गरियाबंद रास्ते को बंद कर दिया है। उन्होंने नगरी-मैनपुर रास्ते पर पेड़ काटकर मार्ग अवरुद्ध किया है। इलाके में बैनर-पोस्टर चस्पा करके धमतरी और गरियाबंद एक दिन के लिए बंद रखने का आह्वान किया है। मार्ग अवरुद्ध होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हाल ही में शुरु हुई बसों को देर तक मार्ग खुलने का इंतजार करते देखा गया।

नक्सलियों ने नगरी ब्लॉक से 11 किमी दूर सांकरा और लीलांज नदी पास पेड़ों को काटकर रास्ता को बंद कर दिया था। वहीं सांकरा मार्ग के आगे भी नगरी-मैनपुर मार्ग पर भी आवागमन को रोकने कोशिश की। नक्सलियों की इस करतूत से इलाके में दहशत का माहौल है। ग्रामीण सड़कों पर निकले  तब उन्हें नक्सलियों की इस कारगुजारी का पता चला। जिसकी शिकायत उन्होंने पुलिस को दी।

गौरतलब है कि 30 अगस्त की रात पुलिस ने नगरी थाना इलाके के घोरागांव के जंगल में गोबरा एलओएस के कमांडर रवि उर्फ सन्नू को ढेर कर दिया था। उस नक्सली के पास से हथियार समेत नक्सली साहित्य, दैनिक उपयोग का सामान बरामद हुआ था।

बंद के लिए लगाए बैनर में भाकपा नक्सलवाद डिवीजन कमेटी के प्रवक्ता गुड्डू मरकाम ने घोरागांव में हुई पुलिस नक्सली मुठभेड़ पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। उसमें लिखा है कि एसपी के नेतृत्व में पुलिस ने फर्जी मुठभेड़ की। नक्सलियों ने विरोध जताते हुए धमतरी-गरियाबंद मार्ग को 24 घंटे तक बंद करने का आह्वान किया।

मार्ग बंद करने की खबर के बाद नगरी SDOP और थाना प्रभारी, डीआरजी प्रभारी समेत बड़ी संख्या में पुलिस बल पहुंचा और उन्होंने रास्ते से पेड़ हटाकर आवागमन सुचारू करवाया।