बीजापुर। छत्तीसगढ़ में नक्सलियों का आंतक खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। बीजापुर जिले के गंगालूर क्षेत्र के कमकानार गांव से नक्सलियों ने तीन लोगों को आगवा कर लिया है। इनमें एक मितानिन मास्टर ट्रेनर समेत तीन महिलाएं शामिल हैं। बताया जा रहा है कि तीनों को गुरुवार देर रात अगवा किया गया है। नक्सलियों द्वारा तीनों मितानिनों के अपहरण की पुष्टि CMHO ने की है। इस घटना की खबर बीजापुर के SP कमल लोचन कश्यप को देदी गई है। उनका कहना है कि मामले की जांच की जा रही है। 

ग्रामीणों की मानें तो नक्सलियों ने देर रात करीब 1 बजे तीनों को अगवा किया है। मितानिन मास्टर ट्रेनर का नाम शारदा बताया जा रहा है।

दरअसल मितानिन ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सेवाओं का संचालन करने में अहम भूमिका निभाती हैं।  मितानिन को गांवों में स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ तक कहा जाता है। ये गांवों में लोगों की बीमारियों का इलाज करती हैं, साथ ही लोगों को जागरुक करने का काम करती हैं। महिलाओं के संस्थागत प्रसव, बच्चों महिलाओं के पोषण, टीकाकरण, महिलाओं की अन्य समस्याएं, गर्भावस्था और प्रसव के बाद माता के देखभाल की निगरानी इन्हीं के जिम्मे होती है। मितानिन को टीकाकरण, संस्थागत प्रसव, प्रसव पूर्व चार जांच, नवजात वृद्धि निगरानी समेत सभी कार्यों के लिए शासन द्वारा प्रोत्साहन राशि दी जाती है।

गौरतलब है कि गुरुवार को ही बीजापुर हमले के बाद अगवा किए गए जवान राकेश्वर सिंह मन्हास को नक्सलियों ने रिहा किया था। राकेश्वर सिंह सीआरपीएफ के कोबरा बटालियन में तैनात थे। तर्रेम में राकेश्वर सिंह मन्हास का मेडिकल किया गया था। शुक्रवार को वे रायपुर लाए जाने वाले हैं। जहां अफसर उनसे पूछताछ करेंगे। दरअसल 3 अप्रैल को बीजापुर के टेकलगुड़ा और जोनागुड़ा गांव के पास सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हो गए थे। एक जवान को नक्सलियों ने अगवा किया था, इस हमले में 30 से अधिक जवान घायल हुए हैं,जिनका इलाज जारी है। वहीं गुरुवार को ही नक्सलियों ने एक और कायराना हरकत को अंजाम दे दिया है।