रायपुर। टूलकिट मामले में बीजेपी नेताओं की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। देश की राजधानी दिल्ली के बाद अब छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में बीजेपी नेताओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। मुकदमे में बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा और राज्य के पूर्व सीएम रमण सिंह को नामजद आरोपी बनाया गया है। बीजेपी के नेताओं पर आरोप है कि वे सांप्रदायिक हिंसा फैलाने का प्रयास कर रहे थे।



कांग्रेस की छात्र इकाई एनएसयूआई के प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा ने मंगलवार को रायपुर के सिविल लाइन थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद पुलिस ने शिकायत के आधार पर बुधवार को मुकदमा दर्ज कर लिया है। एफआईआर में कांग्रेस के रिसर्च विंग के फर्जी लेटरहेड पर झूठी और मनगढ़ंत सामग्री सोशल मीडिया पर वायरल करने कर आरोप। इसमें यह भी आरोप लगाया गया है कि ऐसा कर वे सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का षड्यंत्र रच रहे थे। 





 



मामले पर शिकायतकर्ता व भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष आकाश शर्मा ने कहा, 'बीजेपी नेता संबित पात्रा ने अपने ऑफिशियल टि्वटर हैंडल से कांग्रेस पार्टी के फर्जी लेटरहेड को शेयर किया। इधर छत्तीसगढ़ में प्रदेश के पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह सांप्रदायिक हिंसा भड़काने का प्रयास कर रहे थे। इसी बात को लेकर कल हमने शिकायत दर्ज कराई थी जिसपर आज FIR दर्ज की गई है। सिविल लाइंस थाने में आईपीसी की धारा 504, 505(1)B,C, 469,188 के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है।



क्या है पूरा मामला



दरअसल, बीजेपी के प्रवक्ता संबित पात्रा ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मीडिया को एक टूलकिट दिखाया था। पात्रा ने दावा किया कि कांग्रेस पार्टी देश और प्रधानमंत्री मोदी को बदनाम करने के लिए षड्यंत्र रच रही है। पात्रा के मुताबिक कांग्रेस का प्लान ये है कि देश में फैले कोरोना के नए वैरिएंट को इंडियन स्ट्रेन या मोदी स्ट्रेन कहलवाना है। साथ ही कुंभ को सुपर स्प्रेडर बताना है। इतना ही नहीं पात्रा ने देशभर में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा की जा रही मदद को जन संपर्क का जरिया करार दिया है। पात्रा ने यहां तक आरोप लगाया है कि कांग्रेस नेता विदेशी पत्रकारों के ज़रिए भारत की छवि खराब करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। 



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पात्रा के इस दावे के बाद बीजेपी के अन्य दिग्गज नेताओं ने भी इस बारे ट्वीट करना शुरू कर दिया था। हालांकि, उनके पास इस बात के कोई ठोस सबूत भी नहीं थे। कांग्रेस ने इन दावों को पूरी तरह खारिज करते हुए कहा है की संकट काल में लोगों की मदद करने के बजाए बीजेपी नेता सरकार की नाकामियों को छिपाने के लिए अतरंगी बयानबाजियों में जुटी हुई है ताकि लोगों का ध्यान भटक जाए। गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर ने केंद्र सरकार के तमाम दावों की पोल खोलकर रख दी है। देश में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से ढह चुकी है। कुव्यवस्थाओं के कारण हर रोज हजारों जानें जा रही है। कांग्रेस ने इसके लिए केंद्र सरकार के मिसमैनेजमेंट को दोषी करार दिया है।