कोरोना संकट के बीच भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए एक बुरी खबर आई है। विश्व की प्रसिद्ध रेटिंग एजेंसी फिच ने भारत के आर्थिक परिदृश्‍य को स्‍टेबल से घटाकर नेगेटिव कर दिया है। एजेंसी ने कोरोना महामारी के कारण आर्थिक ग्रोथ कमजोर रहने और सार्वजनिक कर्ज की चुनौतियों को लेकर आउटलुक में यह कटौती की है। इसके पहले मूडीज ने भी भारत के रेटिंग को घटाया था। इसी बीच पीएम मोदी ने गुरुवार को कहा कि ये जितने भी इंडीकेटर्स हैं वो दिखा रहे हैं कि इंडियन इकोनॉमी तेजी से बाउंस बैक करने को तैयार है। पीएम मोदी के इस बयान के बाद लोग उन्हें काफी ट्रोल कर रहे हैं।



मशहूर रेटिंग एजेंसी फिच ने कहा है कि इंडिया की ग्रोथ और कर्ज के आउटलुक पर जोखिम बढ़ा है। फिच ने भारत की सॉवरेन क्रेडिट रेटिंग आउटलुक (BBB) को पहले स्थिर रखा था लेकिन अब इसे निगेटिव कर दिया जो अपने निचले स्तर पर बरकरार है।



गौरतलब है कि फिच, मूडीज और S&P ग्लोबल रेटिंग्स ने भारतीय इन्वेस्टमेंट रेटिंग को निगेटिव किया है। इसके अलावा फिच और मूडीज ने इन्वेस्टर्स सर्विस की रेटिंग को भी निगेटिव रखी है वहीं S&P ने इसे स्टेबल आउटलुक दिया है। यह रेटिंग लोएस्ट इन्वेस्टमेंट ग्रेड के लिए है। फिच ने अपने बयान में भारत के लिए सरकारी कर्ज को बड़ी चुनौती बताया है। उनका कहना है कि वर्ष 2021 के अंत तक भारत की आर्थिक ग्रोथ में पांच फीसदी की कमी आएगी।



इसी बीच प्रधानमंत्री मोदी अर्थव्यवस्था आगे चल पड़ी है कहकर फंस गए हैं। दरअसल मोदी गुरुवार को देशभर के 41 कोयला खदानों की नीलामी कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि ये जितने भी इंडीकेटर्स हैं वो दिखा रहे हैं कि भारतीय अर्थव्यवस्था तेजी से बाउंस बैक करने के लिए तैयार हो गई है, आगे चल पड़ी है।' मोदी के इस बयान को पीएमओ ने भी ट्वीट किया है जिसके बाद लोग उन्हें लगातार ट्रोल कर रहे हैं।