भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्वच्छता में देश का दूसरा सबसे साफ शहर बना है। इस खबर से शहर की नगर-निगम सहित स्वच्छता कर्मचारियों ने जोरदार जश्न मनाया। वहीं पिछले साल यह पांचवे पायदान पर था। लेकिन, भोपाल के पब्लिक टॉयलेट्स में जाना अब महंगा होगा। दरअसल, मेयर इन कौंसिल (एमआईसी) की मीटिंग में सुलभ जन शौचालय के शुल्क को बढ़ाने का प्रस्ताव पास हो गया है। जिसके बाद अब लोगों को अधिक शुल्क चुकाना होगा।
शहर में पिछले दिनों ही एमआईसी की बैठक हुई थीं। इसमें सुलभ इंटरनेशनल ने 25 स्थानों पर संचालित सार्वजनिक उपयोगकर्ता शुल्क 6 रूपए से बढ़ाकर 10 रूपए तय करने की परमिशन चाही थीं। जिसे एमआईसी ने लागू करने की इजाजत दे दी है। इसके विरोध में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर उतर आए हैं। शुक्रवार को शिवाजी नगर स्थित सुलभ कॉम्पलेक्स के सामने कांग्रेसजनों ने इसके बढ़े हुए दामों के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस पार्षदों ने कहा कि इससे सस्ता तो खाना है। जहां एक तरफ दीन दयाल रसोई योजना के तहत 5 रूपए में खाना दिया जा रहा है। दूसरी ओर पब्लिक टॉयलेट्स के दाम में बढ़ोतरी हुई है।
यह भी पढ़ें: भोपाल में बोर्ड ऑफिस चौराहे की सड़क 10 फीट धंसी, धरने पर बैठे कांग्रेस नेता
कार्यकर्ताओं का कहना है कि नगर-निगम को यह निर्णय वापिस लेना चाहिए। इससे आम जनता पर भारी बोझ पड़ेगा। पिछले कई सालों से उपयोगकर्ता शुल्क 6 रूपए लग रहा है। लेकिन, अचानक से दाम बढ़ा दिए है। जिसके चलते लोग खुले में जाने को मजबूर हो सकते हैं। इससे शहर की स्वच्छता पर भी असर पड़ेगा। जो एक निराशाजनक कदम होगा।
मामले में भोपाल एमआईसी आरके सिंह बघेल ने कहा कि कई साल से 6 रूपए ही शुल्क लिया जा रहा है। लोग खुल्ले पैसे नहीं लाते थे। इससे खुल्ले की बड़ी दिक्कत होती थी। यह बोझ बड़ाने वाला नहीं है। एमआईसी में इसका प्रस्ताव पास हो गया है।