मुंबई। भारत की पहली ऑस्कर पुरस्कार विजेता और मशहूर कॉस्ट्यूम डिजाइनर भानु अथैया नहीं रहीं। 91 men की भानु अथैया लम्बे समय से बीमारी से जूझ रही थीं। उनके निधन की दुखद खबर उनकी बेटी ने दी। भानु के निधन पर फिल्मी  सितारों के साथ साथ उनके फैंस भी सोशल मीडिया में शोक जाहिर कर रहे हैं।  





भानु अथैया



की बेटी राधिका गुप्ता के मुताबिक उनकी मां को साल 2012 में ब्रेन ट्यूमर हुआ था, लेकिन‌ उस समय उन्होंने बीमारी की सर्जरी कराने से इनकार कर दिया था। 2015 में उन्हें लकवा हो गया, जिसके बाद से ही वे चलने-फिरने की हालत में नहीं थीं। आज दोपहर में चंदनवाड़ी के श्मशान गृह में उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। 



 






भानु अथैया का का पूरा नाम भानुमति अण्णासाहेब राजोपाध्ये था। उनका जन्म कोल्हापुर में 28 अप्रैल 1929 को हुआ था। बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर 1956 में आई 'आर-पार' उनकी पहली फ़िल्म थी। उन्होंने अपने फिल्मी कैरियर में 100 से ज्यादा फिल्मों में काम किया। उन्होंने फ़िल्म निर्देशक कोनार्ड रूक्स, रिचर्ड एटनबरो, गुरु दत्त, यश चोपड़ा, बी.आर. चोपड़ा, राज कपूर, विजय आनंद, राज खोसला, और आशुतोष गोवारिकर के साथ काम किया। हिंदी फिल्मों में बतौर कॉस्ट्यूम डिजाइनर 2004 में आई 'स्वदेश' उनकी अंतिम फ़िल्म थी।



साल 1983 में भानु अथैया को निर्देशक रिचर्ड एटनबरो की 'गांधी' के लिए ऑस्कर में बेस्ट कॉस्ट्यूम डिजाइनर अवॉर्ड से नवाजा गया था। इसके अलावा लगान, हिना, लेकिन, चांदनी, अग्निपथ और रज़िया सुल्तान समेत बहुत सारी कामयाब फिल्मों के लिए उन्होंने कॉस्ट्यूम डिज़ाइन किए।