राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने केन्द्र सरकार से मांग की है कि दलहन और तिलहन की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद राज्य के कुल उत्पादन के 25 प्रतिशत के स्थान पर 50 प्रतिशत की जाए। इसके साथ ही उन्होंने वर्तमान में स्वीकृत लक्ष्य 25 प्रतिशत के अनुरूप चने की पूरी खरीद किए जाने का भी अनुरोध किया है। गहलोत ने इस बारे में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। इसमें उन्होंने कहा है कि कोरोना वायरस महामारी से उपजे संकट में राज्य विषम आर्थिक परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं।

उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि ऐसे संकट भरे समय में किसानों को समर्थन मूल्य खरीद योजना का पूरा लाभ दिलाकर आर्थिक संबल प्रदान करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा दलहन व तिलहन खरीद के लक्ष्य को 50 प्रतिशत तक बढ़ाया जाना किसानों के हित में होगा। पत्र में कहा गया है कि रबी सीजन 2020-21 में प्रथम अनुमान 26.85 लाख टन उत्पादन के आधार पर चना खरीद के लिए राज्य सरकार ने 6.71 लाख टन का प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा था, लेकिन केंद्र सरकार ने 6 लाख 15,750 टन के प्रस्ताव ही स्वीकृत किये जो भारत सरकार द्वारा निर्धारित कुल उत्पादन की 25 प्रतिशत खरीद के लक्ष्य से 2.07 प्रतिशत कम हैं।



गहलोत ने कहा है कि चने के समर्थन मूल्य व बाजार भाव में लगभग एक हजार से 1200 रूपये प्रति क्विंटल का अन्तर चल रहा है। मौजूदा संकट से उत्पन्न आर्थिक चुनौतियों के कारण समर्थन मूल्य पर चना विक्रय करने में किसानों का अधिक रूझान रहा है लेकिन निर्धारित 25 प्रतिशत के लक्ष्य से कम खरीद होने के कारण किसान अपनी उपज बेचने से वंचित रह गए हैं। इससे उनमें रोष व्याप्त हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने आग्रह किया है कि किसानों के हित में वर्तमान निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप केन्द्र सरकार द्वारा पूरी खरीद की जाए और दलहन व तिलहन खरीद के लक्ष्य को 50 प्रतिशत तक बढ़ाया जाए।