अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से विवाद के बीच टेस्ला के मालिक एलन मस्क को भारत से गुड न्यूज मिली है। भारत में अब स्टारलिंक भी सैटेलाइट से इंटरनेट देगी। एलन मस्क की कंपनी स्टारलिंक को सरकार से जरूरी लाइसेंस मिल गया है। दूरसंचार विभाग (DoT) ने स्टारलिंक को ग्लोबल मोबाइल पर्सनल कम्युनिकेशन बाय सैटेलाइट (GMPCS) लाइसेंस दिया है। 

इस लाइसेंस के मिलने से स्टारलिंक भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू कर पाएगी। भारती एयरटेल-यूटेलसैट की वनवेब और रिलायंस जियो के बाद स्टारलिंक तीसरी कंपनी है जिसे यह लाइसेंस मिला है। केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बताया कि अब स्पेक्ट्रम का आवंटन होगा। इसके बाद बड़े पैमाने पर सेवाएं शुरू हो सकेंगी। उनका कहना है कि इससे भारत में ग्राहकों की संख्या बढ़ेगी।

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स्टारलिंक साल 2021 से ही भारतीय बाजार में आना चाहती थी। लेकिन, कुछ नियमों के कारण कंपनी को पहले अपने प्रयास रोकने पड़े थे। साथ ही, प्री-ऑर्डर के पैसे भी वापस करने पड़े थे। अब फिर से कंपनी भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने की तैयारी में है। इसके लिए सरकार से जरूरी अनुमति भी मिल गई है।

स्टारलिंक पहले से ही 100 से अधिक देशों में उपलब्ध है और उन जगहों पर हाई-स्पीड इंटरनेट लाने का वादा करती है, जहां सामान्य इंटरनेट अच्छी तरह से काम नहीं करता। स्टारलिंक स्पेसएक्स का नया प्रोजेक्ट है जो सैटेलाइट के जरिए इंटरनेट देने का काम करती है। बहरहाल, भारत में स्टारलिंक को अनुमति ऐसे समय में दी गई है जब राष्ट्रपति ट्रंप के साथ मस्क का विवाद गहराता जा रहा है। मस्क ने ट्रम्प पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। वहीं, ट्रंप का कहना है कि एलन मस्क पागल हो चुके हैं।