यमन की राजधानी सना में मची भगदड़ में कम से कम 85 लोगों की मौत हो गई, जबकि 300 से अधिक लोग घायल हो गए। घायलों में 13 की हालत गंभीर है। हूती विद्रोहियों के आधिकारिक मीडिया ने गुरुवार को यह जानकारी दी। इस हादसे को दशक के सबसे घातक भगदड़ में से एक माना जा रहा है।

दरअसल, मुसलमानों के पवित्र महीने रमजान के
रमदान के मौके पर कुछ व्यापारियों ने गरीब लोगों की आर्थिक मदद के लिए एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। सना में व्यापारियों द्वारा जकात बांटने के दौरान भगदड़ मच गई। इस जकात के लिए एक स्कूल में सैकड़ों लोग जमा हुए थे। यहां हर व्यक्ति को 5,000 यमनी रियाल या भारतीय मुद्रा में कहें तो लगभग 1500 रुपये मिलने वाले थे।

बताया जा रहा है कि इवेंट के दौरान भीड़ कंट्रोल के लिए गोली चलाई गई, जिसके बाद भगदड़ मची। हूती सेना के लोगों ने भीड़ को काबू करने के लिए हवा में फायरिंग की, जिससे बिजली के तार में ब्लास्ट हो गया। इसी ब्लास्ट से घबराकर लोगों ने इधर-उधर भागना शुरू कर दिया और एक दूसरे को कुचलते चले गए। दो दिन बाद ही ईद आने वाली है, जिसे देखते हुए लोगों को यह आर्थिक मदद दी जा रही थी।