नई दिल्ली। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन में शामिल होंगे। इस दौरान मोदी का सामना चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से होगा। भारत और चीन के बीच चल रहे सीमा विवाद के बीच एक महीने में दूसरी बार दोनों देशों के प्रमुख आमने-सामने होंगे। इसके पहले पिछले सप्ताह ही दोनों नेता संघाई सहयोग संगठन की बैठक में शामिल हुए थे।

विदेश मंत्रालय ने सोमवार को जानकारी दी कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के निमंत्रण पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 12वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। इस शिखर सम्मेलन का आयोजन वर्चुअल माध्यम से किया जाएगा। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग सहित ब्राजील के राष्ट्रपति जेयर बोलसोनारो और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भी इस आभासी बैठक का हिस्सा होंगे। 

ब्रिक्‍स सम्‍मेलन में सभी देशों के बीच आतंकवाद, व्यापार, स्वास्थ्य, ऊर्जा के साथ ही कोरोना महामारी के चलते हुए नुकसान की भरपाई के उपायों जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। बता दें कि इस सम्मेलन पांच देश ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल होते हैं।

ब्रिक्स सम्मेलन ऐसे समय में हो रहा है, जब भारत और चीन के बीच सीमा विवाद लगातार जारी है। भारत और चीन के बीच मई से ही पूर्वी लद्दाख की वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अनबन की स्थिति बनी हुई है। हालांकि, वर्तमान समय में दोनों देशों की सेनाएं पीछे हटने के प्रस्ताव पर काम कर रही हैं। बता दें कि प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जिनपिंग का 10 नवंबर हो हुई शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के दौरान भी आमना-सामना हुआ था।

अगले साल भारत करेगा सम्मेलन की अध्यक्षता

बता दें कि अगले साल यानी 2021 में ब्रिक्स सम्मेलन की अध्यक्षता भारत को सौंपी जाएगी। इससे पहले भारत 2012 और 2016 में ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता कर चुका है। ऐसे में पांच साल बाद फिर से भारत को 13 वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने का मौका मिलेगा।