एथेंस। ग्रीस की एक अदालत ने गोल्डन डॉन नाम के संगठन को अनेक अपराध करने और एक आपराधिक संस्था चलाने के आरोप में दोषी करार दिया है। गोल्डन डॉन खुद को एक फासिस्ट संगठन बताता है। यह 1980 में अस्तित्व में आया था। इस मामले में लगभग साढ़े पांच साल सुनवाई चली और फैसले को न्याय, समानता, बंधुत्व और लोकतंत्र के समर्थकों  की बड़ी जीत बताया जा रहा है। 

फैसला आने से पहले राजधानी एथेंस की सड़कों पर लगभग 10 हजार फासीवाद विरोधी कार्यकर्ता इकट्ठा हुआ। फैसले पर अपनी खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने नारे लगाए। हालांकि, पुलिस ने कार्यकर्ताओं के ऊपर आंसू गैस के गोले फेंके और वाटर कैनन का भी प्रयोग किया। 

इस पूरे मामले में 68 आरोपियों के खिलाफ सुनवाई चल रही थी। इसमें गोल्डन डॉन का पूरा नेतृत्व शामिल था। फैसले को पढ़ते हुए जज मारिया लेपिनोती ने कहा कि गोल्डन डॉन के संस्थापक निकोस माइकालोलिकोस सहित बाकी सभी नेता आपराधिक संस्था चलाने के आरोपी हैं। 

फैसले के वक्त पार्टी का कोई भी शीर्ष नेता कोर्ट में मौजूद नहीं था। इन सभी नेताओं को 5 से 15 साल कैद की सजा मिली है। आपराधिक संस्था चलाने का दोषी पाए जाने के साथ-साथ संस्था से जुड़े गिर्गोस रॉपकियस को मशहूर फासीवादी विरोधी रैपर पाव्लोस फ्यास की हत्या का दोषी पाया गया है। रापकियस ने खुद अपना अपराध कबूल किया था। उसने बताया था कि 18 सितंबर 2013 को उसने 34 साल के रैपर की चाकू गोदकर हत्या कर दी। रॉपिकयस को उम्रकैद की सजा मिली है। 

गोल्डन डॉन के सदस्यों पर कम्युनिस्ट मजदूर संगठनों और उनके नेता सोतिरिस पॉलकोगियनिस पर हमला करने और मिश्र के प्रवासी मछुआरे अबू जईद एम्बारक की हत्या का प्रयास करने का आरोप लगा था।