दुबई। दुबई एयर शो में शुक्रवार को भारतीय वायुसेना का तेजस फाइटर जेट डेमो फ्लाइट के दौरान क्रैश हो गया। हादसा स्थानीय समय अनुसार दोपहर 2:10 बजे और भारतीय समय के मुताबिक 3:40 बजे अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर हुआ। विमान जमीन पर गिरते ही आग की लपटों में घिर गया और आसमान में काले धुएं का घना गुबार उठता दिखाई दिया। घटना के समय कई परिवार, महिलाएं और बच्चे एयर शो देखने मौजूद थे। अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि तेजस के पायलट ने विमान गिरने से पहले खुद को सुरक्षित इजेक्ट किया या नहीं। इस संबंध में आधिकारिक पुष्टि का इंतजार है।

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भारतीय वायुसेना ने दुर्घटना के तुरंत बाद कोर्ट ऑफ इनक्वायरी गठित कर दी है जो हादसे के तकनीकी और संचालन संबंधी कारणों की विस्तृत जांच करेगी। कोर्ट ऑफ इनक्वायरी एक औपचारिक सैन्य जांच प्रक्रिया होती है जिसे तीनों सेनाओं में किसी भी गंभीर घटना, ऑपरेशन में चूक, विमान हादसे या मृत्यु के वास्तविक कारण की जांच के लिए बनाया जाता है। दोष सिद्ध होने पर आगे की कार्रवाई अलग प्रक्रिया द्वारा की जाती है।

यह हादसा तेजस लड़ाकू विमान का दूसरा क्रैश है। इससे पहले 2024 में राजस्थान के पोखरण में युद्धाभ्यास के दौरान इंजन फेल होने की वजह से एक तेजस फाइटर जेट दुर्घटनाग्रस्त हुआ था। एचएएल द्वारा विकसित तेजस की प्रति यूनिट कीमत लगभग 600 करोड़ रुपए बताई जाती है और यह तीसरी बार था जब तेजस को दुबई एयर शो में उड़ान प्रदर्शन के लिए शामिल किया गया था।

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दुबई एयर शो दुनिया के सबसे बड़े एयरोस्पेस आयोजनों में से एक है जहां वैश्विक एयरलाइंस, एयरोस्पेस कंपनियां, सैन्य बल और रक्षा तकनीक प्रदर्शक अपने नवीन विमान, हेलिकॉप्टर, हथियार प्रणाली और तकनीकें पेश करते हैं। इस पांच दिवसीय शो का शुक्रवार अंतिम दिन था। दुबई एयर शो की शुरुआत 1989 में हुई थी और यह हर दो साल में अल मकतूम इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर आयोजित किया जाता है। हादसे के समय भी हजारों दर्शक एयरो डिस्प्ले का आनंद ले रहे थे जब तेजस का प्रदर्शन अचानक दुर्घटना में बदल गया।

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