दुनिया की सबसे ऊंची पर्वत चोटी माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई का एलान हो गया है। माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8848.86 मीटर है। इस लिहाज़ से माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई में करीब 86 सेंटीमीटर का इज़ाफा हुआ है। इससे पहले माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8848 मीटर थी। 

बुधवार को नेपाल और चीन ने संयुक्त रूप से माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई का एलान किया है। ऊंचाई की घोषणा नेपाल के विदेश मंत्री प्रदीप ज्ञवली और चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने की। बता दें कि इसके बाद एवरेस्ट की ऊंचाई को लेकर दोनों देशों में पनपा विवाद अब खत्म हो गया है। इससे पहले नेपाल माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई 8848 मीटर बताता था, जबकि जबकि चीन के सर्वे के अनुसार एवरेस्ट की ऊंचाई 8848.13 मीटर थी।

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एवरेस्‍ट की ऊंचाई के विवाद को खत्‍म करने के लिए चीन ने पिछले दिनों 30 सदस्‍यीय सर्वेक्षण दल को रवाना किया था। यह चीनी दल माउंट चोमोलुंगमा बेस कैंप से एवरेस्‍ट पर चढ़ाई के लिए रवाना हुआ था। एवरेस्‍ट के शिखर पर पहुंचकर इस दल ने ग्‍लोबल सैटलाइट सिस्‍टम की मदद से विश्‍व की इस सबसे ऊंची चोटी की माप की थी। एवरेस्‍ट पर चढ़ाई करने वाले इस दल में पेशेवर पर्वतारोही और चीन के प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय सर्वेक्षक शामिल थे।

इस सर्वे दल ने ग्‍लोबल नैव‍िगेशन सैटलाइट और ग्रैवीमीटर की मदद से एवरेस्‍ट की ऊंचाई नापी। यह सर्वे दल अप्रैल महीने की शुरुआत में चोमोलुंगमा बेस कैंप पहुंच गया था। वर्ष 1949 में अपनी स्‍थापना के बाद चीन के सर्वेक्षण दल ने अब तक 6 बार एवरेस्‍ट पर चढ़ाई की है और ऊंचाई मापी है। चीन ने वर्ष 1975 और 2005 में एवरेस्‍ट की ऊंचाई जारी की थी। वर्ष 1975 में एवरेस्‍ट की ऊंचाई 8,848.13 मीटर और वर्ष 2005 में 8,844.43 मीटर थी।