नई दिल्ली। कश्मीर में धारा 370 हटाने की वर्षगाँठ के ठीक पहले पाकिस्तान ने नया नक्शाजारी करते हुए भारत के कश्मीर, जूनागढ़, सियाचिन और लद्दाख को अपना हिस्सा बताया है। पाकिस्तान के नक्शा जारी करने के बाद भारत के विदेश मंत्रालय ने अपनी प्रतिक्रिया में पाकिस्तान के इस कदम को राजनीतिक मूर्खता बताया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि पाकिस्तान का यह निर्णय न सिर्फ राजनीतिक मूर्खता का परिचायक है बल्कि इस हास्यास्पद दावे का न तो कोई कानूनी आधार है और न ही अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता। 

भारतीय विदेश मंत्रालय ने अपने एक बयान में कहा है कि 'हमने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की तरफ से जारी तथाकथित राजनीतिक मानचित्र देखा है। यह राजनीतिक मूर्खतावश उठाया गया एक ऐसा कदम है जिसमें भारत के गुजरात, संघीय प्रदेश जम्मू व कश्मीर और लद्दाख पर दावा पेश किया गया है। इस हास्यास्पद दावे का न तो कोई कानूनी आधार है और न ही अंतरराष्ट्रीय विश्वसनीयता। असलियत में यह नई कोशिश पाकिस्तान की दूसरों की जमीन हड़पने की आक्रामक रवैये को बताता है, जिसे वे सीमा पार आतंकवाद के समर्थन से चलाते हैं।'

बता दें कि मंगलवार दोपहर को पाकिस्तान की सरकार ने विवादित नक्शे को जारी करते हुए भारत के कश्मीर, जूनागढ़, सियाचिन और लद्दाख को अपना हिस्सा बताया है। पाकिस्तान की इमरान सरकार ने यह कदम कश्मीर से धारा 370 हटने के ठीक एक साल पूरा होने से पहले किया है। जानकारों का कहना है कि पाकिस्तान की सरकार ने वहां की जनता के मन में अपने भारत विरोधी होने की छवि को स्थापित करने के लिए किया है। ताकि पाकिस्तान इसका राजनीतिक फायदा उठा सके।