नई दिल्ली। रेल यात्रा करने वाले लाखों यात्रियों के लिए रेलवे ने एक अहम और राहत भरा फैसला लिया है। अब ट्रेन टिकट का रिजर्वेशन स्टेटस पहले की तुलना में कहीं ज्यादा जल्दी पता चल सकेगा। रेलवे बोर्ड ने पहली बार रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने के नियमों में बदलाव किया है। जिसकी वजह से यात्रियों को आखिरी समय की अनिश्चितता और परेशानी से काफी हद तक निजात मिलेगी।

रेलवे के नए नियमों के तहत अब रिजर्वेशन चार्ट ट्रेनों के प्रस्थान समय के आधार पर पहले से तैयार किया जाएगा। सुबह 5 बजे से दोपहर 2 बजे के बीच रवाना होने वाली ट्रेनों का पहला रिजर्वेशन चार्ट पिछले दिन रात 8 बजे तक तैयार कर लिया जाएगा। वहीं, दोपहर 2 बजकर 1 मिनट से रात 11 बजकर 59 मिनट तक और रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक चलने वाली ट्रेनों के लिए पहला चार्ट ट्रेन के प्रस्थान से 10 घंटे पहले बनाया जाएगा। इससे पहले रेलवे यह चार्ट केवल 4 घंटे पहले ही तैयार करता था।

पुराने सिस्टम में सबसे बड़ी दिक्कत यह थी कि वेटिंग लिस्ट और आरएसी में चल रहे यात्रियों को बहुत देर से पता चलता था कि उनकी सीट कन्फर्म हुई है या नहीं। खासकर वे यात्री जो दूर-दराज के इलाकों से स्टेशन तक पहुंचते थे। कई बार यात्री चार्ट बनने से पहले ही स्टेशन पहुंच जाते थे और बाद में पता चलता था कि टिकट कन्फर्म नहीं हुई। इससे न केवल समय और पैसे की बर्बादी होती थी बल्कि मानसिक तनाव भी बढ़ जाता था।

रेल मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक, लंबे समय से यात्रियों की ओर से यह शिकायतें मिल रही थीं कि चार्ट देर से बनने के कारण वे अपनी यात्रा की सही योजना नहीं बना पाते थे। इन्हीं शिकायतों को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने चार्ट प्रिपरेशन के समय में बदलाव का फैसला किया है। मीडिया से बातचीत में रेल मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि यात्रियों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए यह कदम उठाया गया है। ताकि लोग पहले से अपनी यात्रा की तैयारी कर सकें और अनावश्यक भागदौड़ व परेशानी से बचें।

इस नए फैसले को लागू करने के लिए रेलवे बोर्ड ने सभी जोनल रेलवे और डिवीजनों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी कर दिए हैं। इसका मतलब है कि यह नई व्यवस्था पूरे देश में एक समान रूप से लागू की जाएगी और सभी यात्रियों को इसका लाभ मिलेगा। रेलवे के इस फैसले से यात्रियों को कई तरह की सहूलियत मिलेगी। अब टिकट कन्फर्मेशन की जानकारी पहले मिल सकेगी जिससे यात्रा की योजना बनाना आसान होगा। स्टेशन पर बेवजह पहुंचने की मजबूरी कम होगी और वेटिंग व आरएसी में चल रहे यात्रियों का तनाव भी काफी घटेगा।