राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के समारोह का उद्घाटन किया। अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि भारत को धम्म की उत्पत्ति की भूमि होने पर गर्व है। आज आषाढ़ पूर्णिमा है। कहा जाता है कि आज ही के दिन भगवान बुद्ध ने पहली बार अपना उपदेश दिया था। वाराणसी के पास सारनाथ में भगवान बुद्ध ने अपने पांच शिष्यों को ' प्रथम उपदेश ' दिया था।

राष्ट्रपति कोविंद ने अपने संबोधन में कहा कि बौद्ध धर्म भारत से ही शुरू हो कर पड़ोसी क्षेत्रों में जा कर प्रसारित हुआ। भारत से ही पड़ोसी देशों की नई उपजाऊ मिट्टी व नई जलवायु में जा कर यह काफी हद तक बढ़ गया, और वहां खूब फला फूला।

आज ही के दिन पहली बार बुद्धि शब्द बोला गया था

राष्ट्रपति कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ के अपने संबोधन के दौरान कहा कि आज ही के दिन पहली बार बुद्धि शब्द बोला गया था। कोविंद ने कहा 'आज से लगभग 2,500 साल पहले आषाढ़ पूर्णिमा पर, पहली बार बुद्धि शब्द बोला गया था। आत्मज्ञान प्राप्त करने पर, बुद्ध ने वर्णन से परे एक राज्य में 5 सप्ताह बिताए। फिर उन्होंने लोगों के साथ अपने द्वारा खोजे गए अमृत को साझा करना शुरू किया।