रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा जिले के एक न्यायाधीश को बीते दिनों एक पत्र के माध्यम से 500 करोड़ रुपयों की फिरौती की मांग की गई थी। नोट में लिखा था कि अगर वह जिंदा रहना चाहते हैं तो उन्हें 500 करोड़ रुपए देने होंगे। मामले पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने नोट भेजने वाले 75 साल के आरोपी देवराज सिंह को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश सीमा से नजदीक रीवा जिले के त्योंथर विधानसभा क्षेत्र में स्थित न्यायालय में तैनात प्रथम श्रेणी न्यायिक मजिस्ट्रेट मोहिनी भदौरिया को ये फिरौती की मांग वाला पत्र बीते 2 सितंबर को स्पीड पोस्ट के जरिए मिला था। जिसमें उन्हें निर्देश दिए गए थे कि फिरौती की रकम 1 सितंबर तक उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बरगा में व्यक्तिगत रूप से पहुंचा दिया जाए।
एसपी ने आगे बताया कि पत्र भेजने वाले ने खुद को पत्र में संदीप सिंह पिता छत्रपति सिंह निवासी सुंदरपुर थाना बारा जिला प्रयागराज, उत्तर प्रदेश का बताया था। लेकिन पुलिस आरएमएस डाकघर (जहां से पत्र भेजा गया था) की सीसीटीवी फुटेज की जांच की। जिसमें पता चला कि यह पत्र संदीप ने नहीं बल्कि उसी के गांव के देवराज सिंह ने भेजा है। पुछताछ में पता चला कि कुछ दिनों पहले देवराज और संदीप की मारपीट हुई थी। जिसके बाद देवराज ने संदीप को फंसाने के लिए ये पूरा षड्यंत्र रचा।