कोरोना संकट दौरान चीन और ताइवान में चल रहे गतिरोध के बीच एक बड़ी खबर आ रही है। बताया जा रहा है कि ताइवान ने चीन के एक लड़ाकू विमान को मार गिराया है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि ताइवान ने अपनी सीमा में घुसपैठ करने को लेकर चीन के फाइटर जेट सुखोई-35 को मार गिराया है। घटना का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें कुछ जलते हुए दिखाई दे रहा है।



दावा किया जा रहा है कि चीन के इस इस लड़ाकू विमान को मार गिराने में ताइवान ने अमेरिकी पेट्रियाट मिसाइल सिस्टम का इस्तेमाल किया है। बताया जा रहा है कि ताइवान ने चीनी विमान को कई बार चेतावनी दी लेकिन बावजूद इसके चीनी एयरक्राफ्ट ताइवान के हवाई क्षेत्र में उड़ता रहा। इसके बाद ताइवान ने उसे मार गिराया जिसमें चीनी पायलट बुरी तरह से घायल हो गया है। पिछले कई दिनों से खबरें आ रही थी कि चीन ताइवान के क्षेत्र में लगातार अपने फाइटर जेट्स भेज रहा है।





हालांकि चीन या ताइवान की तरफ से इस बात को लेकर अबतक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं कि गई है। लेकिन यदि यह घटना सच साबित होती है तो दोनों देशों के बीच युद्ध की स्थिति भी बन सकती है। रिपोर्ट्स के मुताबिक चीन के किसी भी प्रकार के आक्रामक रवैए को लेकर ताइवान की नेवी और एयरफोर्स को अलर्ट पर रखा गया है। बताया जा रहा है कि ताइवान और चीन के बीच तनाव बढ़ने की आशंका देखते हुए दक्षिणी चीन सागर में अमेरिका ने भी अपने सेना को अलर्ट कर दिया है।



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ताइवान को अपना हिस्सा बताता है चीन



चीन का अपने पड़ोसी मुल्कों पर दावा करने का इतिहास पुराना रहा है। ताइवान को चीन अपना हिस्सा ही बताता है। हालांकि साल 1949 से ताइवान एक आजाद देश है, जिसे आधिकारिक रूप से रिपब्लिक ऑफ चाइना के नाम से जाना जाता है। तकरीबन 2.3 करोड़ आबादी वाले इस देश में लोकतांत्रिक रूप से सरकार चुने जाने के बावजूद चीन इसे अपना प्रांत मानता है।