कोरोना महामारी को मद्देनजर रखते हुए मध्य रेल ने एक रोबोट तैयार किया है। यह रोबोट रेल यात्रा करने वाले लोगों में कोरोना वायरस के होने की जानकारी देगा। रोबोट का नाम ' कैप्टन अर्जुन' रखा गया है। अब रेल यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग करने की ज़िम्मेदारी कैप्टन अर्जुन की होगी। पुणे में शुक्रवार को आरपीएफ के महासंचलक अरुण कुमार के द्वारा ऑनलाइन उद्घाटन किया गया।

क्या है ' कैप्टन अर्जुन' की खासियत?

कैप्टन अर्जुन रेलवे स्टेशन पर रेल यात्रियों की अकेले ही थर्मल स्क्रीनिंग कर सकेगा। थर्मल स्क्रीनिंग कर यह संक्रमित यात्रियों को दूसरे लोगों के संपर्क में आने से बचाएगा। कैप्टन अर्जुन में किसी भी व्यक्ति का तापमान महज़ 0.5 सेकंड में मापने की क्षमता है। जिस किसी भी व्यक्ति में कोरोना का संक्रमण होगा या उस व्यक्ति के शरीर का तापमान ज़्यादा होगा तो इस रोबोट में एक सेंसर बज उठेगा, जिससे कोरोना से संक्रमित व्यक्ति की शिनाख्त की जा सकेगी। कैप्टन अर्जुन थर्मल स्क्रीनिंग के साथ साथ स्टेशन के आस पास होने वाली तमाम गतिविधियों पर नज़र रखेगा। गतिविधियों पर नज़र बनाए रखने के लिए कैप्टन अर्जुन में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल किया गया है।

आम भाषा भी समझता है कैप्टन अर्जुन

कैप्टन अर्जुन लोगों की आम भाषा भी समझ सकता है। इसे एक जगह से दूसरे जगह आसानी से लेकर जाया जा सकता है। कैप्टन अर्जुन जिस जगह से गुजरेगा उन जगहों को यह सैनिटाइज कर देगा। अगर कोई यात्री बिना मास्क पहने कैप्टन अर्जून के सामने आएगा तो कैप्टन अर्जुन उसे मास्क देने के साथ साथ उसके हाथों को भी सैनिटाइज करेगा। यह जानकारी आरपीएफ के महासंचालक अरुण कुमार ने ऑनलाइन उद्घाटन के दौरान दी। फिलहाल कैप्टन अर्जुन को पुणे स्टेशन में तैनात किया गया है। लेकिन जल्द ही इसकी तैनाती अन्य स्टेशनों पर भी की जाएगी। जिससे कोरोना के प्रसार को रोकने में हर संभव मदद मिले।