नई दिल्ली। अफगानिस्तान में औपचारिक तौर पर सत्ता पर बैठने के बाद तालिबान ने महिलाओं के प्रति अपना रुख साफ कर दिया है। तालिबान के प्रवक्ता ने अफ़गानिस्तानी मीडिया संस्थान टोलो न्यूज़ को दिए इंटरव्यू में कहा है कि महिलाओं को मंत्री नहीं बनाया जा सकता। उनका काम सिर्फ बच्चे पैदा करना है। 



तालिबान के प्रवक्ता सैयद हाशमी ने टोलो न्यूज़ से बातचीत करते हुए कहा कि एक महिला मंत्री नहीं बन सकती। महिलाओं को मंत्री बनाना ठीक वैसा ही जैसे उनकी गर्दन पर हम कुछ ऐसा रख दें, जिसका बोझ वो उठा न सकें। 



तालिबानी प्रवक्ता ने आगे कहा कि एक महिला के लिए कैबिनेट में शामिल होना जरूरी नहीं है। उन्हें बच्चे पैदा करना चाहिए। तालिबानी प्रवक्ता ने कहा कि प्रदर्शनकारी महिलाएं पूरे अफगानिस्तान की महिलाओं का प्रतिनिधित्व नहीं करती। 





दरअसल काबुल में तालिबानी हुकूमत के खिलाफ भारी संख्या में महिलाएं अपने अधिकारों के लिए प्रदर्शन कर रही हैं। बीते 7 सितंबर को महिलाओं का एक हुजूम काबुल के राष्ट्रपति भवन के पास एकत्रित हो गया था। महिलाओं ने अपने अधिकारों और पाकिस्तान के खिलाफ प्रोटेस्ट मार्च निकाला था। 



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महिलाओं ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे और आईएसआई प्रमुख के मरने की दुआएं मांगी थीं। इस दौरान महिलाओं की आवाज को दबाने के लिए तालिबानी आतंकियों ने हवाई फायरिंग भी की थी। तालिबान सरकार के गठन में कुल 33 मंत्रियों को शामिल किया गया है। इसमें एक भी महिला को जगह नहीं दी गई है। 33 मंत्रियों में से 17 मंत्री संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादी हैं।