भोपाल| शहर के छोला मंदिर थाना क्षेत्र स्थित लीलाधर कॉलोनी में शनिवार देर रात एक युवक की सरेराह गोली मारकर हत्या कर दी गई। मृतक की पहचान 22 वर्षीय अमित वर्मा के रूप में हुई है, जो अपने दोस्त का जन्मदिन मनाने पहुंचा था। इसी दौरान दो बाइकों पर सवार छह बदमाशों ने अचानक अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। अमित को दो गोलियां सिर और पेट में लगीं, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हत्या का आरोप कुख्यात बदमाश नसीम बन्ने खां और उसके साथियों पर है, जो खुद को गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का आदमी बताता है।
वारदात के समय अमित अपने दोस्तों के साथ जन्मदिन सेलिब्रेशन के बाद सड़क पर खड़ा बातचीत कर रहा था। तभी हमलावरों ने छह राउंड फायरिंग की और पिस्टल लहराते हुए फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक, इस हमले का असली निशाना राजा खटीक था, जो अमित के साथ ही मौजूद था। नसीम और राजा के बीच पुराना लेन-देन का विवाद चल रहा था और इसी रंजिश के चलते यह हमला हुआ।
घटना के बाद इलाके में दहशत फैल गई। सोशल मीडिया पर आरोपियों के कुछ वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें वे वीआईपी रोड पर तलवारें लहराते और राहगीरों से उलझते नजर आ रहे हैं। पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्रा ने आरोपियों की गिरफ्तारी पर ₹30,000 का इनाम घोषित किया है। क्राइम ब्रांच और जोन 4 की पांच टीमें उनकी तलाश में जुटी हैं।
इस मामले में एक व्यक्ति अज्जु को हिरासत में लिया गया है, जिससे पूछताछ की जा रही है। वहीं, जांच में यह भी सामने आया है कि मृतक अमित का कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था, वह एक गार्मेंट्स की दुकान में काम करता था और केवल दोस्त के जन्मदिन में शामिल होने आया था।
सूत्रों के मुताबिक, इस हमले के पीछे पुरानी लूट की रकम के बंटवारे को लेकर हुआ विवाद कारण बना। राजा खटीक और नसीम के साथी वसीम के छोटे भाई नदीम के बीच लूट की रकम को लेकर पहले झगड़ा हो चुका था, जिस पर राजा ने नदीम की पिटाई भी की थी। इसी का बदला लेने के लिए वसीम, नदीम और नसीम ने मिलकर यह हमला किया, जिसमें गोली गलती से अमित को लग गई।
यह पहली बार नहीं है जब नसीम ने इस तरह की वारदात को अंजाम दिया हो। दिसंबर 2023 में भी उसने भोपाल के बुधवारा इलाके में एक टेंट कारोबारी नवाज रियाज को गोली मारी थी और हमले से पहले खुद को लॉरेंस बिश्नोई का गुर्गा बताकर 10 लाख की रंगदारी मांगी थी। उस केस में गिरफ्तारी के दौरान नसीम ने एक पुलिस अधिकारी को जान से मारने की धमकी भी दी थी, जिसके बाद उसका शॉर्ट एनकाउंटर किया गया और पैर में गोली लगने के बाद वह पकड़ा गया।
नसीम बन्ने खां पर हत्या, लूट, डकैती और रंगदारी जैसे गंभीर अपराधों के कुल 46 केस दर्ज हैं। वह पहले भी पुलिस कस्टडी से फरार हो चुका है और मध्यप्रदेश के कई जिलों में आतंक फैला चुका है। उस पर पहले सीहोर पुलिस ने ₹30,000 और भोपाल पुलिस ने ₹10,000 का इनाम घोषित किया था। अब एक और हत्या के बाद पुलिस दोबारा उसकी गिरफ्तारी में जुटी है।