जब पूरे देश में लाखों भूखे गरीब मजदूर लॉकडाउन से त्रस्‍त हो कर पैदल घर पहुंचने की जद्दोजहद कर रहे हैं, जब दूध, दवाई, खाना जुटाने बाहर निकले निर्दोषों को पुलिस लॉकडाउन तोड़ने पर बेरहमी से पीट रही है तब ग्वालियर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे की जयंती मनाई गई। लॉकडाउन तोड़ कर गोडसे समर्थक एकजुट हुए और उन्‍होंने दीप जलाए।



पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसकी निंदा करते हुए जांच की मांग की है। ट्वीट के जरिए कमलनाथ ने शिवराज सरकार से सवाल किया है कि वो स्पष्ट करें कि सरकार महात्मा गांधी की सोच के साथ है, या गोडसे की विचारधारा के साथ। कमलनाथ ने गोडसे के महिमा मंडन को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में भी बापू के हत्यारे को महिमा मंडित करने वालों को चेताया गया था। कमलनाथ ने मांग की है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह दोषियों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई करें। साथ ही उन्होंने लॉकडाउन में इस तरह के आयोजन की जांच की मांग की है। कमलनाथ का कहना है कि कांग्रेस इस तरह कृत्यों का हर मंच पर पुरजोर विरोध करेगी।