छतरपुर। मध्य प्रदेश की छतरपुर कोतवाली में पथराव और उपद्रव करने वालों के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया गया है। सीएम मोहन यादव के निर्देश पर पुलिस-प्रशासन ने मुख्य आरोपी की करोड़ों की आलीशान कोठी को नेस्तनाबूद कर दिया। इतना ही नहीं घर में खड़ी महंगी लग्जरी कारों को बुलडोजर की मदद से चकनाचूर कर दिया गया। इस मौके पर भारी पुलिस फोर्स और प्रशासन की टीम मौजूद रही।
गुरुवार सुबह सबसे पहले शहर के मस्तान साहब कॉलोनी में हाजी शहजाद अली के मकान पर बुलडोजर कार्रवाई की गई। अंजुमन इस्लामिया कमेटी के पूर्व सदर हाजी शहजाद की यह कोठी 20 हजार वर्ग फीट में बगैर परमिशन के बनाया गया था। इसकी लागत करीब 5 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
इस दौरान पोर्च में खड़ी फॉर्च्यूनर और सफारी समेत तीन महंगी कारों को जेसीबी की मदद से दीवार तोड़कर बाहर निकाला गया। कारों पर भी जेसीबी चढ़ा दी गई। उधर, मुख्य आरोपी शहजाद अली परिवार समेत फरार हो गया है।
बुलडोजर कार्रवाई के विरुद्ध कांग्रेस के राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकारें बहाना तलाश कर मुसलमानों का घर तोड़ रही हैं, संविधान की शपथ लेने वाली मोदी सरकार इस बुलडोजर के नीचे हर दिन संविधान को कुचल रही है। जल्द ही इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाऊंगा।
वहीं, बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा कि उन्होंने जिस तरह का आतंक मचाने का काम किया। ऐसे गुंडे, ऐसे अपराधी छतरपुर में एक कदम भर नहीं चल सकते। ऐसे लोगों को नेस्तनाबूद कर देंगे। किसी को नहीं छोड़ेंगे।
बता दें कि पैगंबर मोहम्मद पर महाराष्ट्र में की गई टिप्पणी के खिलाफ बुधवार को छतरपुर में मुस्लिम समुदाय के लोग लामबंद हो गए थे। वे ज्ञापन सौंपने थाने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि पुलिस ने महाराष्ट्र का मामला बताकर एफआईआर करने से इनकार कर दिया तो वे बहस करने लगे तो थोड़ी देर में उग्र हो गए। भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। इस दौरान TI समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।