भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस के कद्दावर नेता रहे माधवराव सिंधिया की जयंती पर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें याद किया है। सीएम शिवराज ने दिवंगत नेता को उनकी जयंती पर याद करते हुए कहा है कि मध्य प्रदेश के विकास में माधवराव सिंधिया का योगदान अतुलनीय है। उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा। 



सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश के लोकप्रिय जननेता स्व. माधवराव सिंधिया जी की जयंती पर कोटिश: नमन! प्रदेश के नवनिर्माण में आपका अतुलनीय योगदान सर्वदा अविस्मरणीय रहेगा। दिवंगत कांग्रेस नेता के बेटे और वर्तमान में बीजेपी के नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सीएम शिवराज के ट्वीट पर हाथ जोड़ते हुए इमोजी पोस्ट की है। 





माधवराव सिंधिया कांग्रेस के कद्दावर नेताओं में से एक थे। उन्होंने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत जनसंघ से की थी। 1971 में वे गुना लोकसभा सीट से जनसंघ के टिकट पर चुनाव जीते थे। लेकिन आपातकाल के दौरान उन्हें जनसंघ ने उन्हें पार्टी से बेदखल कर दिया था। जिसके बाद उन्होंने गुना लोकसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीता था। 



हालांकि 1980 में वे कांग्रेस में शामिल हो गए और इसके बाद कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में उनकी गिनती होने लगी। नरसिम्हा राव की सरकार में उन्हें केंद्रीय उड्डयन मंत्री बनाया गया। माधवराव सिंधिया बीसीसीआई के अध्यक्ष भी रहे थे। हालांकि बीच में कुछ समय के लिए माधवराव सिंधिया ने कांग्रेस से अपनी राहें अलग कर मध्य प्रदेश विकास कांग्रेस नामक अपनी पार्टी बना ली। लेकिन 1998 में उन्होंने अपनी पार्टी का कांग्रेस पार्टी में विलय कर लिया। 



माधवराव सिंधिया का 56 वर्ष की उम्र में ही निधन हो गया। सितंबर 2001 में उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में एक विमान हादसे में उनकी दुखद मौत हो गई। माधवराव सिंधिया की राजनीतिक विरासत को उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आगे बढ़ाया।



 लम्बे अरसे तक ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस पार्टी के सदस्य रहे। लेकिन मार्च 2020 में अचानक ही ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस पार्टी को दगा दे दिया। ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी में शामिल हो गए। बीजेपी की सदस्यता ग्रहण करने के बाद उन्हें राज्यसभा भेजा गया। इसके ठीक एक साल बाद मोदी सरकार में उन्हें उड्डयन मंत्रालय दिया गया।