टीकमगढ़। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नायक अवतार देखने को मिला है। सीएम शिवराज में करप्शन के आरोपी अधिकारियों के खिलाफ ऑन द स्पॉट एक्शन लेते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया। सीएम ने सभा को संबोधित करते हुए मंच से ही इस बात की ऐलान किया और तत्काल इस बाबत आदेश निकालने का निर्देश दिया।



दरअसल, सीएम शिवराज मंगलवार को जनदर्शन यात्रा के तहत टीकमगढ़ और निवाड़ी के दौरे पर थे। यहां ओरछा में उन्होंने भगवान राम के दर्शन किए और पृथ्वीपुर में उपचुनाव के मद्देनजर जनसभा की। यहां लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, 'मुझे जेरोन से शिकायत मिली थी कि पीएम आवास योजना में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार हुआ है। लोगों से उनके पैसे ले लिये गये हैं। मैंने तत्काल CMO और अन्य अधिकारी को सस्पेंड कर दिया। प्रदेश में किसी भी भ्रष्ठ अधिकारी को बर्दाशत नहीं किया जाएगा।' 





सीएम ने आगे कहा कि, 'पीएम आवास योजना में मोदी जी पैसा भेजते हैं और मैं भी पैसा भेजता हूं... गरीबों के मकान बनवाने के लिए। इसके बाद मंच से शिवराज ने पूछा कि आप में से कोई ऐसा है जिनका आवास स्वीकृत हुआ और गड़बड़ हुई हो। इसपर वहां मौजूद कई लोगों ने अपने हाथ उठाए। इतने में सीएम शिवराज भड़क गए और तत्कालीन सीएमओ उमाशंकर मिश्रा और उपयंत्री अभिषेक राजपूत को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दे दिया।



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सीएम शिवराज ने इस दौरान चेतावनी देते हुए कहा की भ्रष्टाचार करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्हें सीधा जेल भेजा जाएगा। उन्होंने आवास योजना के पूरे मामले की जांच EOW से कराने की बात कही है। सीएम ने यहां लोगों से कहा कि प्रदेश में इस साल 300 सीएम राइज अस्पताल खोले जाएंगे। ये स्कूल हर 20-25 किलोमीटर की दूरी पर होंगे जिनमें बोर्डिंग की सुविधाएं होंगी।