भोपाल। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के क्षेत्र मुरैना में आज कांग्रेस के विशाल किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। इस महापंचायत में क्षेत्र के किसान भारी तदाद में शिरकत करने पहुंचे थे। महापंचायत में कमल नाथ के साथ साथ प्रदेश कांग्रेस के तमाम बड़े नेता महापंचायत में शामिल हुए। 





पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ ने अपने संबोधन में किसानों को कृषि कानूनों को समझाया। कमल नाथ ने महापंचायत में शिकरत करने वाले किसानों को बताया कि कृषि कानूनों के निजीकरण के क्या मायने हैं। कमल नाथ ने कहा कि कृषि कानूनों से मंडियां चौपट हो जाएंगी। कमल नाथ ने कहा कि बड़े उद्योगपतियों को मण्डी के स्टेटस दिया जाएगा। यह बड़े बड़े उद्योगपति आपके पास आएंगे। आपको फसल की कीमत नहीं दी जाएगी। और समर्थन मूल्य को हमेशा के लिए समाप्त कर दिया जाएगा।





 





इससे पहले विशाल महापंचायत के कार्यक्रम स्थल पर कमल नाथ के पहुंचने से पहले उनका भव्य स्वागत किया गया। बड़ी तादाद में एकत्रित हुए कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पीसीसी चीफ का भव्य स्वागत किया।



कृषि कानूनों के दुष्परिणाम और विशेषकर किसानों के समर्थन में कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई प्रदेश में जगह जगह जा कर किसानों के प्रति अपना समर्थन व्यक्त कर रही है। कमल नाथ, दिग्विजय सिंह के साथ साथ पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव व पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह और जीतू पटवारी भी किसानों के समर्थन में जगह जगह जा रहे हैं।  इसी क्रम में आज केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के संसदीय क्षेत्र में कांग्रेस किसान महापंचायत का आयोजन किया गया। 



मृतकों के परिजनों से मिले कमल नाथ 





मुरैना में आयोजित किसान महापंचायत से पहले कमल नाथ मानपुर गए थे। कमल नाथ ने वहां जहरीली शराब काण्ड के 24 मृतकों के परिजनों से मुलाकात की थी। मध्यप्रदेश कांग्रेस ने कमल नाथ की मृतकों के परिजनों से मुलाकात पर कहा है कि कमल नाथ सबका दर्द समझते हैं, सबके साथ चलते हैं।



महापंचायत से पहले बीजेपी-कांग्रेस में वार-पलटवार



कांग्रेस की किसान महापंचायत पर बीजेपी नेता और गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कांग्रेस के नेता ट्रैक्टर कम सोफा वाले नेता ज्यादा हैं। ये लोग चाहते हैं किसान उग्र हो जाएं और अराजकता का माहौल बन जाए। ये लोग सिर्फ दूसरे की आग पर रोटियां सेकना चाहते हैं। बीजेपी के तंज़ का जवाब देते हुए कांग्रेस नेता और पूर्व मंत्री पी सी शर्मा ने कहा, यह ऐतिहासिक किसान महापंचायत है। बीजेपी सरकार के बनाए तीनों काले कानूनों के खिलाफ मध्य प्रदेश का किसान भी खड़ा हो गया है। इस महापंचायत में जो भी प्रस्ताव पास होंगे, उन्हें किसानों तक पहुंचाया जाएगा।