दतिया। मध्य प्रदेश की सत्ता में वापसी के लिए कांग्रेस संगठन को मजबूत करने में जुटे पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह शुक्रवार से तीन दिवसीय ग्वालियर संभाग के दौरे पर हैं। ग्वालियर में चुनावी अभियान शुरू करने से पहले सिंह राजसत्ता की देवी मां पीतांबरा की शरण में दतिया पहुंचे। यहां उन्होंने पीताम्बरा माई के दर्शन कर पूजा अर्चना की और प्रदेश की खुशहाली की कामना की।



जानकारी के मुताबिक पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह देर रात करीब ढाई बजे दतिया पहुंच गए थे। रात्रि विश्राम के बाद सुबह वे पीतांबरा शक्तिपीठ पहुंचे। मां पीताम्बरा शत्रु नाश की अधिष्ठात्री देवी हैं। मान्यता है कि यहां श्रद्धापूर्वक मांगी गई हर मनोकामना पूरी होती है। पीतांबरा मंदिर में विराजी मां बगुलामुखी को राजसत्ता की देवी माना जाता है। 



पीतांबरा पीठ पर मां बगुलामुखी से विजय का आशिर्वाद मांगकर शीर्ष दलों के नेता चुनाव अभियान की शुरूआत करते आए हैं। राजसत्ता प्राप्ति में मां की पूजा का विशेष महत्व होता है। साल 2018 विधानसभा चुनाव से पूर्व राहुल गांधी भी मां पीतांबरा शक्तिपीठ के दरबार पर माथा टेकनेे आए थे और राज्य में काफी साल बाद कांग्रेस की वापसी हुई थी। जवाहरलाल नेहरू, इंदिरा गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी जैसी बड़ी हस्तियां मां पीतांबरा के दरबार में आती रही हैं।





बताया जाता है कि साल 1962 में चीन ने जब भारत पर हमला किया और दूसरे देशों ने सहयोग देने से मना कर दिया था, उस संकट की घड़ी में तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू दतिया आए थे और देश की रक्षा के लिए मां पीतांबरा का 51 कुंडीय महायज्ञ कराया था। बहरहाल, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह मां पीतांबरा का दर्शन लाभ लेने के बाद दतिया विधानसभा क्षेत्र के मंडलम-सेक्टर अध्यक्षों के साथ सीधा संवाद करेंगे। इसके बाद वे शिवपुरी के लिए रवाना होंगे।